
हम राहत कार्य में लगे हैं, आने की जरूरत नहीं...तुर्की ने पाकिस्तान को लगाई फटकार !

We are engaged in relief work, there is no need to come... Turkey slams Pakistan .
६ फरवरी २०२३ को सुबह ४:१५ बजे, तुर्की में भूकंप आना शुरू हुआ। जब पहला ७.८ तीव्रता का भूकंप आया था तो उससे भूकंपीय तरंगें २६६ किमी तक फैली थीं। तेज भूकंप की गहराई १० से २० किमी के बीच होती है। दियारबकीर शहर में पहले झटके में १८ मंजिला ऊंची इमारत ढह गई। पहली लहर का असर २ हजार किमी तक महसूस किया गया। दुनिया भर से तुर्की के लिए सहायता की घोषणा की जा रही है। अमेरिका, चीन, भारत ने सहायता का ऐलान किया है। अब आर्थिक हालात से जूझ रहे पाकिस्तान ने भी तुर्की की सहायता करने का ऐलान किया है, लेकिन तुर्की ने पाकिस्तान की सहायता ठुकरा दी है।
तुर्की ने पाकिस्तान से कहा है, कि हमारे देश आने की जरूरत नहीं है, हम बचाव कार्य में लगे हैं। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ तुर्की जाने वाले थे, अब उन्होंने दौरा रद्द कर दिया है। कहा जाता है, कि तुर्की के विरोध के बाद उन्होंने दौरा रद्द कर दिया था। तुर्की सरकार के अधिकारियों ने पाकिस्तान के विदेश कार्यालय से प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की यात्रा रद्द करने का अनुरोध किया है। क्योंकि तुर्की भूकंप से हुई तबाही के बाद बचाव और राहत कार्य में जुटा हुआ है। खबर है, कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ, विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो और अन्य अधिकारियों को एकजुटता दिखाने के लिए भूकंप प्रभावित तुर्की का दौरा करना था।
इस बीच, पाकिस्तान द्वारा भूकंप प्रभावित तुर्की को सहायता देने की घोषणा के बाद, पाकिस्तान में इसकी भारी आलोचना हुई। पाकिस्तानी नागरिक समाज और मीडिया द्वारा पाकिस्तान की सहायता की आलोचना की गई थी। लोगों ने प्रधानमंत्री, विदेश मंत्री और अन्य अधिकारियों के दौरे की भी आलोचना की। क्योंकि वर्तमान में देश भीषण आर्थिक संकट से गुजर रहा है और आर्थिक ढांचा पूरी तरह चरमरा चुका है। बताया जाता है, कि इस आलोचना के कारण दौरा रद्द करना पड़ा है।
