राष्ट्रपति की आर्थिक नीतियों की वजह से तुर्की की हालत पास्ट, रोटी के लिए तरस रहे यहां के लोग

भारत के पड़ोसी देश पाकिस्तान की तरह अब तुर्की की भी हालत महंगाई के कारण पस्त होती जा रही है। आसमान छूती महंगाई से त्रस्त हो रही जनता अब सड़कों पर सरकार के खिलाफ उतर आई है। वहां के अर्थशास्त्रियों का मानना है कि राष्ट्रपति रेचेप तैयप एर्दोआन की आर्थिक नीतियों की वजह से महंगाई में जबरदस्त इजाफा हुआ है।
तुर्की में रिकॉर्डतोड़ महंगाई के चलते सस्ती ब्रेड खरीदने के लिए हर जगह लंबी-लंबी कतारें देखी जा रही है। तुर्की की मुद्रा लीरा में भी ऐतिहासिक गिरावट दर्ज हुई है। लीरा में डॉलर के मुकाबले सात पेरसेंट गिरावट देखने को मिली है। इस समय एक डॉलर की कीमत 14.20 लीरा है।
पिछले एक साल में डॉलर के मुकाबले लीरा 48 पेरसेंट तक गिर चुकी है। इससे देश मे मुद्रास्फीति काफी बढ़ गई है जिससे लोगों को भारी महंगाई का सामना करना पड़ रहा है। इसके साथ अएएफटीएफ की वॉच लिस्ट में होने के चलते तुर्की में विदेशी निवेश भी काफी कम हो गया हैं।
बता दें कि राष्ट्रपति अर्थव्यवस्था की गति बढ़ाने के लिए ब्याज दरों को निचले स्तर पर रखना चाहते हैं। वहीं, अर्थशास्त्रियों की दलील ब्याज दर ऊंचा रखने की है। विशेषज्ञों का कहना है कि महंगाई पर नियंत्रण पाने के लिए ब्याज दरों को ऊंचा रखना जरूरी है। लेकिन एर्दोगान ब्याज दरों को निचले स्तर पर रखने की अपनी नीति पर अड़े हैं।
तुर्की में महंगाई की हालत
- तुर्की में मुद्रास्फीति की दर 21 पेरसेंट के पार पहुंच गई है।
- पिछले 1 साल में 50 पेरसेंट से ज्यादा हुई है शहर में रहने की लागत।
- तुर्की में गेंहू की कीमतों में अब 109 पेरसेंट का हो चुका है इजाफा।
- सूरजमुखी के तेल की कीमतों में 137 पेरसेंट का हुआ इजाफा।
- टॉयलेट रोल के पेपरों में हुआ 90 पेरसेंट तक का इजाफा।
- तुर्की में चीनी की कीमतों में हो चुका है 90 पेरसेंट तक इजाफा।
ये भी पढें-
एलियन के साथ रात बिताकर धरती पर लौटा शख्स! हैरान होकर बीवी ने कर दिया कुछ ऐसा
Miss Universe Maria Thattil ने जब पढ़े पुरुषों के ग्रुप चैट के अश्लील मैसेज, हुआ कुछ यूं...
अब इस देश की महिलाएं रख सकेंगी एक से अधिक पति! सरकार के प्रस्ताव पर बवाल शुरू