बहरहाल, साल 2016 से 2019 तक चीन की आर्थिक वृद्धि हमेशा 6 प्रतिशत से ऊपर रही है, और देश की जीडीपी भी 70 खरब युआन (10.31 खरब डॉलर) से बढ़कर लगभग 100 खरब युआन तक हो गई है, जो दुनिया में दूसरे स्थान पर है। पिछले साल, चीन की प्रति व्यक्ति जीडीपी 10 हजार डॉलर से अधिक हो गई, और अनुसंधान एवं विकास में इसका निवेश 2 खरब युआन तक पहुंच गया। इतना ही नहीं, चीन ने वैश्विक विकास में 30 प्रतिशत का योगदान भी दिया है।
चीन में बड़ी कंपनियों की संख्या सबसे ज्यादा है जो इस साल की फॉर्च्यून ग्लोबल 500 सूची में शामिल हुईं, जो इतिहास में दूसरी बार है। प्रमुख उद्यम चीनी अर्थव्यवस्था का एक महत्वपूर्ण बल है। पिछले पांच सालों के दौरान, उसने विकास के लिए एक स्थिर गति, साथ ही साथ उच्च गुणवत्ता वाले विकास का एक और अधिक स्पष्ट संकेत दिया।
चीनी अर्थव्यवस्था मध्यम से उच्च गति की वृद्धि को बनाए रखते हुए, वैश्विक प्रभाव को बढ़ा रही है। 13वीं पंचवर्षीय योजना अवधि (2016-2020) के दौरान, वैश्विक आर्थिक विकास में चीन का योगदान लगभग 30 प्रतिशत रहा है, जिससे यह देश सबसे शक्तिशाली इंजन ड्राइविंग विश्व अर्थव्यवस्था बन गया। इसके अलावा, चीन कोविड-19 के बाद से आर्थिक विकास को प्राप्त करने वाली पहली बड़ी अर्थव्यवस्था भी बन गया है।
मूडीज और फिच रेटिंग्स जैसी अंतर्राष्ट्रीय रेटिंग एजेंसियों ने तो इस साल चीन की आर्थिक वृद्धि के लिए अपने पूवार्नुमान को उन्नत किया है, और कहा है कि चीन वैश्विक विकास के लिए एक इंजन के रूप में काम करता रहेगा।
इस समय चीन की अर्थव्यवस्था गुणवत्ता और दक्षता दोनों के साथ आगे बढ़ रही है। न्यू नॉर्मल के तहत, चीन केवल विकास दर ही नहीं देख रहा है, बल्कि गुणवत्ता और लाभ पर भी अधिक जोर दे रहा है। इसके पारंपरिक उद्योग उन्नयन की गति में तेजी ला रहे हैं, जिससे नए व्यवसाय समृद्ध हो रहे हैं, और विकास की कमजोरियों में धीरे-धीरे सुधार हो रहा है।
इसके अलावा, चीन में शहरी और ग्रामीण विकास के बीच अंतर कम हो रहा है। साल 2019 के अंत तक, पहली बार स्थायी शहरी निवासियों की आबादी देश की कुल आबादी का 60 प्रतिशत से अधिक का हिस्सा हो गया, जो औद्योगीकरण और शहरीकरण की एक महत्वपूर्ण प्रगति को दर्शाता है। इसके अलावा, देश एक अधिक मजबूत नवाचार-संचालित विकास के साथ आगे बढ़ रहा है। पिछले साल, देश में हर दिन औसतन 20,000 उद्यम पंजीकृत हुए, और अनुसंधान एवं विकास में कुल निवेश 2 खरब युआन से अधिक रहा।
देखा जाए तो मध्यम से उच्च गति की वृद्धि के साथ, चीनी लोगों को लाभ, संतोष और सुरक्षा का अधिक बोध भी हुआ है। पिछले 4 सालों में, चीन में सालाना 1.1 करोड़ से अधिक लोग गरीबी से बाहर निकले हैं। इसके अलावा, 10 हजार डॉलर से अधिक प्रति व्यक्ति जीडीपी प्राप्त करने के बाद, चीन ने आधिकारिक तौर पर मध्यम आय वाले देशों की सूची में प्रवेश कर लिया है।
(अखिल पाराशर, चाइना मीडिया ग्रुप, बीजिंग)
-- आईएएनएस