
राजस्थान:राजधानी जयपुर मे रिकॉर्ड तोड़ 10.7 इंच बरसात, पूरा परकोटा डूब गया

बरसात होने से 4 लोगों की मौत हो चुकी है और 2 लोग लापता हैं।
इससे पहले जयपुर में लगभग 3 बार ऐसी बारिश देखने को मिली है ऐसी बारिश (188.4 मिमी )पहली बार 16 अगस्त 1959 में हुई थी। उसके बाद 22 अगस्त 2012 को 170.1 मिमी बरसात देखने को मिली थी जिसमें लोगों के घरों में पानी घुस गया था।
उसके बाद लगभग 2 वर्षों बाद 9 अगस्त 2014 को 098.4 मिमी बरसात हुई।
राजस्थान की राजधानी जो गुलाबी नगर जयपुर के नाम से जानी जाती है। वहां लगातार 10 घंटे बारिश होने से पूरा शहर ही डूब गया ।10 घंटे में सबसे ज्यादा बारिश होने का रिकॉर्ड टूटा। यहां 1 दिन में 10. 7 इंच बरसात हुई ।बरसात होने से 4 लोगों की मौत हो चुकी है और 2 लोग लापता हैं।
इससे पहले जयपुर में लगभग 3 बार ऐसी बारिश देखने को मिली है ऐसी बारिश (188.4 मिमी )पहली बार 16 अगस्त 1959 में हुई थी। उसके बाद 22 अगस्त 2012 को 170.1 मिमी बरसात देखने को मिली थी जिसमें लोगों के घरों में पानी घुस गया था।
उसके बाद लगभग 2 वर्षों बाद 9 अगस्त 2014 को 098.4 मिमी बरसात हुई।
इस बार की बारिश से शहर में बाढ़ जैसी स्थिति आ चुकी है ।सारे शहर की सड़कें पानी में डूबती हुई नजर आई ।और कई कॉलोनियाॅ व निचले इलाके जलमग्न हो गए। जयपुर का दर्शनीय स्थल जल महल भी पूरा पानी में डूबता हुआ नज़र आया। जल महल का पानी पूरा बहार तक आ गया जिससे वह के आस पास के घर टूट गए।
जयपुर स्थित कानोता बांध में बोलेरो बह गई। गाड़ी में 6 लोग सवार थे। इनमें से तीन लोगों की मौत हो गई जबकि तीन का बचा लिया गया। शहर के खोनागोरियान इलाके में एक व्यक्ति का शव बहकर आया तो जयसिंह पुरा खोर इलाके में बच्चे की बहने की सूचना पर एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची। वहीं, एक व्यक्ति सोडाला में नाले में बह गया।
शहर में परकोटे तथा सांगानेर में दुकानों-मकानों में पानी घुस गया। बारिश की वजह से पूरा परकोटा डूबता हुआ दिखाई दिया। वहां के मशहूर बाज़ारो के दुकानों में पानी चला गया। लोगो के घरो में पानी चले जाने से घर के सामान पानी में डूबते हुए दिखाई दिए। दिल्ली रोड स्थित संकटमोचक हनुमान मंदिर के सामने स्थित पहाड़ी का एक हिस्सा टूटकर हाइवे पर आ गया। गली-मोहल्लों में पानी फंसे लोगों को एसडीआरएफ की टीमों ने निकाला।
मौसम विभाग के अनुसार, मानसून ट्रफ लाइन अपनी सामान्य स्थिति में रही, यह ट्रफ लाइन बीकानेर, जयपुर से हाेकर गुजरी। साथ ही बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाव का क्षेत्र बनने और पूर्वी राज्य के ऊपर अपर एयर साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम बनने से जयपुर, दाैसा, बारां, कराैली, सवाईमाधोपुर जिले में भारी बारिश हुई।
मौसम विभाग के मुताबिक, 15 अगस्त को पूर्वी राजस्थान के अजमेर, अलवर, बांसवाड़ा, बारां, भरतपुर, भीलवाड़ा, बूंदी, चित्तौड़-गढ़, दौसा, धौलपुर, डूंगरपुर, जयपुर, झालावाड़, झुंझुनूं, करौली, कोटा, प्रतापगढ़, राजसमंद, सवाईमाधोपुर, सीकर, सिरोही, टोंक, उदयपुर जिले में कुछ स्थानों पर बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है यानी यहां अत्यधिक भारी बारिश की चेतावनी है। वहीं पश्चिमी राजस्थान के बीकानेर, जालौर जिलो में कुछ स्थानों पर भारी बारिश की चेतावनी है।