
राजस्थान गुर्जर आंदोलन के 12 घंटे के अल्टीमेटम के बीच अब खेल मंत्री चांदना कर सकती है आंदोलनकारियों से मुलाकात !

राजस्थान के भरतपुर के पीलूपुरा में कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला की अगुवाई में आंदोलनकारियों ने दिल्ली मुंबई रेलवे ट्रैक पर कब्जा जमा रखा है उन्होंने शनिवार को सातवें दिन भी अपना आंदोलन जारी रखा है। कर्नल बैंसला द्वारा बीते शुक्रवार को सरकार 12 घंटे का अल्टीमेटम दिया गया था जिसके बाद शनिवार को गुर्जरों और सरकार के बीच आज शनिवार को समझाते की कोशिशें रंग ला सकती है।
खेल मंत्री अशोक चांदना आज दोपहर पीलूपुरा पहुंचकर गुर्जरों से बातचीत कर सकते हैं।कर्नल किरोड़ी बैसला संघर्ष समिति के सदस्यों के साथ में शनिवार को दोसा के सिकंदरा रवाना हो गए हैं जहां वह गुर्जर समाज की महापंचायत में भी हिस्सा लेंगे।
माना जा रहा है कि अगर सरकार ने सुना नहीं हुई तो इस आंदोलन को और तेज करने की रणनीति तैयार की जा रही है। आंदोलन को मद्देनजर रखते हुए करौली जिले में रेल और नेटवर्क सेवाएं सातवें दिन भी बंद रही है।
करौली कलेक्टर व एसपी द्वारा सुबह कर्नल बैंसला के साथ आवास पर बातचीत की गई और सरकारी स्तर पर फीडबैक भी लिया गया अगर मंत्री वहां बातचीत करने आए तो किन किन मुद्दों पर बातचीत होगी।
@narendramodi dear Leader's,kindly intervane in foreclosure of Gurjar Aandolan 2020. Due to cancelled or diverted trains,your citizens are suffering very badly with politically motivated demand of Colonel Bainsla. He is @BJP4India karykarta & breaking ur [email protected]
— Pradeep Gautam (@imGautamPradeep) November 7, 2020
बीते शुक्रवार को गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के सदस्यों द्वारा पीलूपुरा के रेलवे ट्रैक पर पहुंचकर 12 घंटे मैं गहलोत सरकार के मंत्री या किसी भी प्रतिनिधि के पीलूपुरा रेलवे ट्रैक पर आकर ही मिलने की बात कही है।साथ ही उनके द्वारा चेतावनी दी गई है कि यदि 12 घंटे में वह मिलने नहीं आए तो आंदोलन तेज होगा।
गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति की यह प्रतिक्रिया देखकर साफ पता चल रहा है कि वह पीछे हटने के मूड में नहीं है। इस बार इस आंदोलन की कमान विजय बैंसला, कर्नल बैंसला के बेटे के हाथ में हैं। साथ ही गुर्जर समाज में आंदोलन को लेकर दो गुट बटे हुए हैं जो अपने-अपने दावे ठोक रहे होते हैं।
सरकार से बातचीत कर चुके 41 सदस्य दलों के प्रतिनिधि हिम्मत सिंह गुर्जर लगातार ट्वीट कर कर्नल बैंसला वह उनके पुत्र विजय बैंसला को निशाने पर ले रहे हैं। अब आगे देखना होगा कि राजस्थान सरकार इस पर क्या निर्णय लेती है।