राजस्थान

सीएम गहलोत का केंद्र सरकार को पत्र: कहा टिड्डी प्रकोप को राष्ट्रीय आपदा घोषित किया जाये

Janprahar Desk
6 Aug 2020 12:58 PM GMT
सीएम गहलोत का केंद्र सरकार को पत्र: कहा टिड्डी प्रकोप को राष्ट्रीय आपदा घोषित किया जाये
x
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने,  इस पत्र में प्रधानमंत्री को साफ-साफ लिखा है कि प्रदेश में हुए टिड्डी प्रकोप को राष्ट्रीय आपदा घोषित कर दिया जाए, विश्व खाद्य एवं कृषि संगठन के पूर्वानुमान के अनुसार राजस्थान सहित अन्य राज्यों में खरीफ 2020 एवं रबी 2020- 21 की फसलों में होने वाले संभावित नुकसान कोरोना महामारी के कारण राज्यों की कमजोर आर्थिक स्थिति तथा किसानों के हित में यह निर्णय लिया जाना उचित होगा।

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखा है, जिसमें कोरोना  के समय समस्याओं से जूझ रहे किसानों के समस्त मुद्दों का ब्यौरा दिया है।
उन्होंने इस पत्र में प्रधानमंत्री को साफ-साफ लिखा है कि प्रदेश में हुए टिड्डी प्रकोप को राष्ट्रीय आपदा घोषित कर दिया जाए क्योंकि टिड्डी प्रकोप अब बहुराज्यीय समस्या बन गया है । टिड्डियो का हमला सिर्फ राजस्थान में ही नहीं अपितु कई राज्यों में हुआ । साथ में उन्होंने यह भी लिखा कि कुल 132 जिले टिड्डी के प्रकोप से प्रभावित हुए हैं टिड्डी के प्रकोप से प्रदेश के किसानों को 1000 करोड़ का नुकसान हो चुका है ,रबी एवं खरीफ की फसलें नष्ट हो चुकी हैं ।

उन्होंने कहा है कि विश्व खाद्य एवं कृषि संगठन के पूर्वानुमान के अनुसार राजस्थान सहित अन्य राज्यों में खरीफ 2020 एवं रबी 2020- 21 की फसलों में होने वाले संभावित नुकसान कोरोना महामारी के कारण राज्यों की कमजोर आर्थिक स्थिति तथा किसानों के हित में यह निर्णय लिया जाना उचित होगा।
टिड्डियों के प्रभावित क्षेत्र की बात की जाए तो राजस्थान में 12 जिलों का करीब 6 लाख 70 हजार हेक्टेयर क्षेत्र टिड्डी से प्रभावित हो चुका है। और रबी की फसलों में किसानों को 1 हजार करोड़ रुपए का भारी नुकसान हुआ है।

टिड्डियो के प्रकोप का ब्यौरा देते हुए गहलोत ने अपने पत्र में लिखा कि टिड्डों की उत्पत्ति भारत में नहीं हुई है । यह एक अंतरराष्ट्रीय समस्या है। सरकार को टिड्डी दलों की उत्पत्ति पर अंकुश लगाने के लिए विशेष तैयारियां करनी चाहिए और उन्हें उनके उद्गम स्थलों पर ही रोकने की प्लानिंग की जानी चाहिए।

इसके लिए केंद्र सरकार को विशेष कदम उठाने चाहिए और उन देशों से बात करनी चाहिए जहां टिड्डी का उद्भव होता है ।ताकि टिड्डी के प्रभावी नियंत्रण के लिए उचित कदम उठाए जा सके। उन्होंने कहा है कि अफ्रीका एवं खाड़ी देशों में व्यापक पैमाने पर टिड्डी का प्रजनन हुआ है। इसके चलते सीमा पार से लगातार कई दलों का राजस्थान सहित अन्य सरकारों में प्रवेश हो रहा है। यदि इस समस्या का समाधान जल्द ही नहीं किया गया, तो किसान आर्थिक संकट में डूब जाएगा और इस आर्थिक संकट से किसानों को निकाल पाना बहुत ही मुश्किल हो जाएगा।

Next Story