
साबरमती के विजिट नोट में डोनाल्ड ट्रंप (Donald trump) ने ‘खास दोस्त मोदी’ को दिया धन्यवाद, ‘बापू’ का जिक्र भी नहीं किया..

डोनाल्ड ट्रंप का यह मैसेज उनके पूर्ववर्ती बराक ओबामा (Barack Obama)के वर्ष 2010 के मैसेज से एकदम अलग है. ओबामा ने वर्ष 2010 में साबरमती आश्रम की अपनी यात्रा के दौरान विजिटर बुक में लिखा था, ‘गांधीजी के जीवन से जुड़े खास स्थान को देखने का सौभाग्य पाकर मैं आशा और प्रेरणा से भर गया हूं. वे केवल भारत के नहीं बल्कि पूरी दुनिया के हीरो हैं. ‘
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने अपनी अहमदाबाद यात्रा के दौरान राष्ट्रपिता महात्मा गांधी से जुड़े साबरमती आश्रम (Sabarmati Ashram in Ahmedabad) की विजिटर बुक में मैसेज लिखा. इस संदेश में उन्होंने बेहतरीन भारत यात्रा के लिए ‘ग्रेट फ्रेंड प्राइम मिनिस्टर मोदी को’ धन्यवाद दिया. आश्चर्यजनक रूप से मैसेज में देश को आजादी दिलाने वाले राष्ट्रपिता महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) का जिक्र नहीं है. ट्रंप का यह मैसेज उनके पूर्ववर्ती बराक ओबामा (Barack Obama)के वर्ष 2010 के मैसेज से एकदम अलग है. ओबामा ने वर्ष 2010 में साबरमती आश्रम की अपनी यात्रा के दौरान विजिटर बुक में लिखा था, ‘गांधीजी के जीवन से जुड़े खास स्थान को देखने का सौभाग्य पाकर मैं आशा और प्रेरणा से भर गया हूं. वे केवल भारत के नहीं बल्कि पूरी दुनिया के हीरो हैं.’
अहमदाबाद पहुंचने के तुरंत बाद साबरमती आश्रम की अपनी यात्रा के दौरान ट्रंप और अमेरिका की फर्स्ट लेडी मेलानिया (First Lady Melania) ने चरखा भी काता. महात्मा गांधी ने स्वतंत्रता संग्राम के दौरान चरखे को आत्मनिर्भरता का खास ‘हथियार’ बनाया था. इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने अमेरिकी राष्ट्रपति को साबरमती आश्रम घुमाया और उन्हें चरखे के बारे में बताया. पीएम मोदी ने गांधी के मशहूर तीन बंदरों का स्मृतिचिह्न भी अमेरिकी राष्ट्रपति को भेंट किया. साबरमती आश्रम में ट्रंप और मेलानिया ने महात्मा गांधी की तस्वीर पर माल्यार्पण किया.
साबरमती आश्रम में प्रेसीडेंट ट्रंप, फर्स्ट लेडी मेलानिया, बेटी इवांका ट्रंप और दामाद जेरेड कुश्नर सहित पूरे अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल को चाय और गुजरात का खास व्यंजन खमन, ब्रोकोली, कॉर्न समोसा, एपल पाई और काजू कतली सर्व किए गए. वे उस हृदय कुंज में भी करीब 15 मिनट रुके जहां महात्मा गांधी 13 साल रहे थे और दांडी मार्च शुरू करने की शपथ ली थी. ट्रंप ने बाद में दुनिया के सबसे बड़े क्रिकेट स्टेडियम, मोटेरा के सरदार पटेल स्टेडियम में एक बड़ी रैली को भी संबोधित किया.
