वसीम जाफर के मंगलवार को उत्तराखंड की टीम कोच पद से इस्तीफा देते ही, मानो पूरे मामले पर विवादों के बादल छटने का नाम ही नहीं ले रहा है।वसीम खान ने अपने इस्तीफे में जिस तरीके से CAU और सचिव महिम वर्मा के बारे में लिखा है उससे यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि उनके और क्रिकेट एसोसिएशन उत्तराखंड के बीच क्या चल रहा है।
आपको बता दे कि वसीम जाफर के इस्तीफा देते ही बोर्ड ने उनपर फील्ड में मौलवियों को बुलाने समेत कई आरोप लगाए हैं।
1. I recommended Jay Bista for captaincy not Iqbal but CAU officials favoured Iqbal.
— Wasim Jaffer (@WasimJaffer14) February 10, 2021
2. I did not invite Maulavis
3. I resigned cos bias of selectors-secretary for non-deserving players
4. Team used to say a chant of Sikh community, I suggested we can say "Go Uttarakhand" #Facts https://t.co/8vZSisrDDl
जिसको वसीम जाफर ने अपने ट्वीटर हैंडल से ट्वीट करते हुए सिरे से खारिज किया है।सीएयू ने वसीम जाफर पर भेदभाव और बायो बबल में ट्रेनिंग के दौरान मौलवियों को बुलाने का आरोप लगाया था।
वसीम जाफर के क्रिकेट से सन्यास लेने के बाद उन्हें उत्तराखंड के टीम का कोच बनाया गया था।इन विवादों में वसीम जाफर का साथ अन्य क्रिकेट खिलाड़ियों ने भी दिया । जिसमें टीम इंडिया के पूर्व कोच अनिल कुंबले, क्रिकेटर मनोज तिवारी, और इरफ़ान पठान शामिल हैं।
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