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अचानक कप्तानी से हाथ धोने वाले इकलौते भारतीय खिलाड़ी नहीं है विराट, इन कप्तानों का भी विवाद से रहा है नाता

Ankit Singh
16 Dec 2021 7:54 AM GMT
अचानक कप्तानी से हाथ धोने वाले इकलौते भारतीय खिलाड़ी नहीं है विराट, इन कप्तानों का भी विवाद से रहा है नाता
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भारतीय क्रिकेट टीम के टेस्ट कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) ने बुधवार को जैसे ही प्रेस कांफ्रेंस की, उसके बाद से भारतीय क्रिकेट में मानों भूचाल स आ गया हो। कोहली ने बयान के बाद से BCCI ने भी अपना पक्ष रखा है। हालांकि कोहली ऐसे पहले भारतीय कप्तान नहीं है जिनके साथ विवाद जुड़ा है। इससे पहले कई भारतीय कप्तान रहे है उनके साथ भी ऐसी स्थिती उत्पन्न हुई थी।

साउथ अफ्रीका टूर पर जाने से पहले टीम इंडिया के टेस्ट कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) ने बुधवार को प्रेस कांफ्रेंस में ऐसी बात कह दी जिसके बाद से भारतीय क्रिकेट में गुटबाजी की खबरें सामने आने लगी। कोहली ने बयान में बताया कि वनडे की कप्तानी से जब मुझे हटाया गया तो इसकी सूचना मुझे डेढ़ घंटे पहले दी गई। इस बयान के बाद से सोशल मीडिया पर एक पक्ष कोहली के समर्थन में है तो वहीं, एक पक्ष BCCI अध्यक्ष सौरव गांगुली और BCCI सचिव जय शाह के पक्ष में आ गया है।

खैर इन विवादों के बीच भारतीय टीम साउथ अफ्रीका दौरे के लिए रवाना हो गई है। लेकिन Virat Kohli ऐसे पहले भारतीय कप्तान नहीं है जिन्हें अचानक से अपनी कप्तानी से हाथ धोना पड़ा हो। भारतीय क्रिकेट के इतिहास में ऐसे कई कप्तान रहे है जिनका विवादों से नाता रहा है। इनमें सचिन-गावस्कर से लेकर धोनी तक का नाम शामिल है।

क्रिकेट का भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) के साथ भी कुछ ऐसा हुआ था। जब सचिन से कप्तानी हटाकर गांगुली को सौंपी गई तो यही कहा जा रहा था कि सचिन ने खुद अपनी कप्तानी गांगुली को सौंपी है क्योंकि वह अपने खेल पर फोकस करना चाहते है। लेकिन सचिन ने अपनी आत्मकथा 'Playing It My WAY' में लिखा है कि उन्हें जब कप्तानी के पद से हटाया गया था तो इस बात की सूचना मुझे BCCI से नहीं मिली थी, बल्कि किसी पत्रकार के जरिए मिली थी। सचिन ने जिक्र किया है कि इस घटना के बाद वो अपमानित महसूस कर रहे थे।

कुछ इसी तरह का विवाद कई खिलाड़ियों के बीच देखने को मिल चुका है। भरतीय क्रिकेट में जो गावस्कर और कपिल देव के बीच सबसे बड़ी तकरार की घटना देखने को मिली थी।

गावस्कर और कपिल के बीच हुआ था बड़ा विवाद

यह घटना 1984-1985 के दौरान की है, जब दिल्ली में खेले गए एक टेस्ट मैच में भारत इंग्लैंड से हार गया था तो गावस्कर से हार का ठीकरा कपिल देव पर फोड़ दिया। उन्होंने कपिल देव के एक शॉट को जिम्मेदराना बताया और हार का जिम्मेदसर ठहराया। गावस्कर के इस बयान के बाद कपिल देव कोलकाता के ईडन गार्डन स्टेडियम में होने वाले टेस्ट से बाहर कर दिया गया।

हालांकि गावस्कर को अपने बयान के वजह से दर्शकों के गुस्से का सामना करना पड़ा था। कोलकाता में खेले गए टेस्ट मैच में दर्शकों ने गावस्कर के ऊपर सड़े टमाटर और अंडे फेंके थे, साथ ही 'नो कपिल, नो टेस्ट' के नारे लगाए थे। क्रिकेट के इतिहास में यह काफी बड़ी घटना थी।

सौरव गांगुली और ग्रेग चैपल के बीच हुआ था विवाद

यह 2005 से 2007 का वर्ष था जब ऑस्ट्रलिया के पूर्व खिलाड़ी ग्रेग चैपल (Greg Chappell) भारतीय टीम के हेड कोच थे। यह विवाद भी काफी बड़ा था, जिसने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारतीय क्रिकेट की छवि को धूमिल किया था। उस वक़्त टीम के कप्तान सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) और हेड कोच Greg Chappell के बीच विवाद की खबर गरमाई थी।

जब 2005 में भरतीय टीम ज़िम्बाब्वे दौरे पर गई थी तब उस वक़्त गांगुली ने प्रेस कांफ्रेंस में कोच ग्रेग चैपल पर आरोप लगाते हुए कहा था कि वह उन्हें कप्तान और टीम से बाहर निकालने के लिए अपील कर रहे है। इसके बाद ग्रेग चैपल ने BCCI को ईमेल में लिखा था कि वह बहुत अलसी और प्रैक्टिस सेशन में नहीं आते है, उसका रवैया टीम के प्रति नकारात्मक है। इस घटना के बाद गांगुली को भी कप्तानी से हाथ धोना पड़ा था।

धोनी से भी था गांगुली का मतभेद

क्रिकेट के जानकारों का कहना है कि एक समय गांगुली और एमएस धोनी (MS Dhoni) के बीच भी मतभेद था। जब धोनी को भारतीय टीम का कप्तान बनाया गया था टीम से चार बड़े खिलाड़ियों के बाहर होने की बात सामने आई थी। इन चार खिलाड़ियों में सौरव का नाम भी शामिल था।

एक इंटरव्यू में इन चारों खिलाड़ी ने धोनी पर कटाक्ष मारते हुए कहा था कि BCCI ऐसे खिलाड़ी को महत्व देता है जो खिलाड़ी अपने हेयरस्टाइल को संवारता है। हेयरस्टाइल वाले खिलाड़ी का मतलब तो आप समझ ही गए होंगे।

सहवाग-धोनी के बीच भी विवाद के चर्चें

कहा जाता है कि धोनी और सहवाग के बीच भी 2009 में विवाद की स्थिती उत्पन्न हुई थी। धोनी पर यह आरोप लगा था कि वह सहवाग की फील्डिंग की वजह से खुश नहीं और उन्हें टीम से बाहर करना चाहते है। जब यह विवाद तूल पकड़ने लगा तो धोनी ने ब्रिटेन में सभी टीम के खिलाड़ियों के साथ एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी, जिसमें वह दिखाना चाहते थे कि टीम में कोई विवाद नहीं है और सभी खिलाड़ी साथ है। हालांकि बाद में खबर आई थी कि धोनी के कार्यशैली से सहवाग और गंभीर नाराज थे।

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