पंत ने इस पारी में धीमी शुरुआत की थी और शुरुआती 84 गेंदों पर महज 34 रन बनाए थे। इसके बाद अगली 54 गेंदों पर उन्होंने 55 रन बनाए। शास्त्री ने मैच के बाद संवाददाताओं से कहा, पंत एक अच्छे श्रोता हैं। वह समझते हैं। उन्हें पता है कि उनका स्वाभाविक खेल क्या है। उन्हें साथ ही पता है कि सर्तक कब रहना है और आक्रामक कब होना है, वह इसमें संतुलन बनाना जानते हैं।
उन्होंने कहा, एक कोच के तौर पर कोई भी किसी भी खिलाड़ी का स्वाभाविक खेल बदलना नहीं चाहता। लेकिन कई बार आप जल्दबाजी कर जाते हैं। यह खेल आपको सिखाता है। उन्होंने दोनों मैचों में यह बताया है। उन्होंने सिडनी में 90 तकरीबन रन बनाए थे। अगर वह 45 मिनट और रुक जाते तो कहानी कुछ और होती। उन्होंने कहा, वह उस शॉट से निराश थे। उन्होंने उससे कुछ सीखा और आज (मंगलवार) को यह सुनिश्चित किया कि वह मैच जिताकर लौटें।
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