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धोनी न देते मौका तो इन 4 क्रिकेटरों के करियर पर पहले ही लग जाता फुलस्टॉप, आज बन चुके है महान खिलाड़ी

Ankit Singh
17 Dec 2021 12:13 PM GMT
धोनी न देते मौका तो इन 4 क्रिकेटरों के करियर पर पहले ही लग जाता फुलस्टॉप, आज बन चुके है महान खिलाड़ी
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महेंद्र सिंह धोनी ने भारतीय टीम की कप्तानी 2008 में संभाली थी। तब से लेकर अपने रिटायरमेंट तक धोनी ने अपने सानिध्य में कई खिलाड़ियों को खेलने का मौका दिया, इन्हीं में से कुछ ऐसे खिलाड़ी है जो टीम इंडिया के मैच विनर्स बन चुके है। तो आइए आपको बताते है ऐसे ही 4 खिलाड़ियों के बारे में जिन्हें अगर धोनी मौका नहीं देते तो शायद उनका करियर शुरू होने से पहले ही खत्म हो जाता।

टीम इंडिया के अब तक के सबसे महान कप्तानों में महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) का नाम शुमार है। धोनी के नेतृत्व ने टीम इंडिया ने तीन बार ICC खिताब पर कब्जा जमाया। इसके अलावा 2009 में भारतीय टीम टेस्ट की नंबर 1 टीम बानी। धोनी ने कप्तानी संभालते ही टीम इंडिया को नई बुलंदियों पर पहुंचना शुरू कर दिया। इसके अलावा धोनी ने कई यंगस्टर प्लेयर्स को भी खेलने का मौका दिया। इन्हीं में आज कुछ ऐसे खिलाड़ी है जिन्होंने मौके को भुनाते हुए टीम इंडिया में अपनी जगह पक्की कर ली है और आज वह भरतीय टीम के अहम खिलाड़ी बन चुके है। तो आइए जानते है ऐसे 4 खिलाड़ी के बारे में जो धोनी के कप्तानी में खेलते हुए बन गए मैच विनर्स।

रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin)

रविचंद्रन अश्विन इस आक्ति भारतीय टीम में मेन स्पिनर गेंदबाज है, उनकी गिनती अब दुनिया के शानदार ऑफ स्पिनर गेंदबाजों में होती है। रविचंद्रन को सबसे पहले धोनी न IPLके CSK की तरफ से खेलने का मौका दिया। अश्विन ने IPL के प्लेटफार्म का भखुबी भुनाया और अपनी गेंदबाजी से कमाल करने लगे। अश्विन की प्रतिभा को देखते हुए धोनी ने उन्हें टीम इंडिया के लिए खेलने का मौका दिया। अश्विन ने टीम इंडिया के लिए अपना पहला टेस्ट मैच 2010 में खेला था, इसके बाद 2011 विश्व कप में उन्हें शामिल किया गया। अश्विन इस वक़्त टीम इंडिया में अपनी जगह फिक्स कर चुके हैं।

रोहित शर्मा (Rohit Sharma)

रोहित शर्मा को हिटमैन बनाने में धोनी का सबसे बड़ा योगदान रहा है। शुरुआत में रोहित को ओपनिंग करने का मौका नहीं मिलता था और कुछ मैचों बाद वह आउट ऑफ फॉर्म भी हो गए। इसके बावजूद भी धोनी ने उन्हें लगातार खेलने का मौका दिया। साल 2013 में धोनी में उन्हें ओपनिंग करने का मौका दिया, जिसके बाद से रोहित की किस्मत ही बदल गई और अपनी काबलियत के दम पर हिटमैन बन गए।

रवींद्र जडेजा (Ravindra Jadeja)

गेंदबाजी, बालेबाजी और फील्डिंग तीनों ही मामलों में रवींद्र जडेजा का कोई जवाब नहीं। जडेजा इस वक़्त भारतीय टीम के सबसे बड़े मैच विनर है। जडेजा के करियर के पीछे भी माही का बहुत बड़ा योगदान है। जडेजा IPL में धोनी की कप्तानी में CSK की तरफ से खेलते थे। जडेजा की प्रतिभा का देखते हुए माही ने उन्हें भी टीम इंडिया में खेलने का मौका दिया। जडेजा ने आज अपनी काबलियत के दम पर खुद को महान ऑलराउंडर बना लिया है।

विराट कोहली (Virat Kohli)

भारतीय टीम के मौजूदा टेस्ट कप्तान को महान बनाने में भी धोनी का ही योजदान है। 2011 में जब टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया दौरे पर गई थी तब विराट कोहली का प्रदर्शन बहुत खराब रहा था, इसके बाद भी धोनी ने उन्हें खेलने का मौका दिया। वीरेंद्र सहवाग ने एक इंटरव्यू में बताया था कि पर्थ के लिए चयनकर्ता रोहित को मौका देना चाहते थे, लेकिन धोनी ने अपनी अंतिम 11 में विराट कोहली को शामिल किया।

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