
वाराणसी,16 फरवरी। आज 357 वांं बाबा विश्वनाथ का तिलकोत्सव धूम-धाम से मनाने की तैयारी पूरी हो गयी है। राग विराग की नगरी काशी में महंत आवास में, बसंत पंचमी पर तिलकोत्सव के दौरान शहनाई गूंजेगी और डमरू दल के साथ बाबा का तिलक चढ़ने के साथ ही काशी होलियाने के मूड में आ जाएगी।
तिलकोत्सव पर बाबा का भव्य श्रृंगार होगा और भक्ति गीतों पर श्रद्धालु झूमते भी नजर आएंगे। भक्त बाबा के तिलकोत्सव के साक्षी होंगे वहीं बाबा को वस्त्र और गहना भेंट दिया जाएगा। भगवान विश्वनाथ के तिलकोउत्सव का आमंत्रण बाबा के भक्तोंं को पहले ही भेज दिया गया है। बसंत पंचमी के दिन शाम चार बजे पंंचबदन चल रजत प्रतिमा का पांंच वैदिक ब्राहमणोंं से पंंचामृत से स्नान और विशेष पूजन शुरू हो गया है।
इनके वस्त्र आभूषण से श्रृंगार कर भव्य झांकी सजाई जाएगी। महंत डॉ. कुलपति तिवारी स्वयं तिलकोत्सव की रस्म निभाएंगे और बाबा को पंंचमेवा, फल और मिष्ठान का भोग अर्पित करने के बाद भगवान विश्वनाथ की आरती करेंगे। सोमवार की सुबह से ही महंत आवास में साज सज्जा के साथ ही तिलकोत्सव के आयोजनों का दौर शुरू हो गया।
जबकि आयोजन के लिए बाबा की प्रतिमा के साथ ही कार्यक्रम स्थल की देखरेख और आयोजन की परंपराओं के अनुरूप ही तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है।
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