रक्षाबंधन पर देवताओं को बांधे रक्षा-सूत्र, इन रंगों की राखी बांधने से परिवार को होते हैं ये लाभ

रक्षाबंधन आने में बस कुछ ही दिन बचे हैं. राखी के दिन बहनें अपने भाईयों की कलाई पर राखी बांधती हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस दिन अपने इष्टदेवों को भी राखी बांधनी चाहिए. ऐसा करने से देवता साल भर आपके घर-परिवार के मान-सम्मान की रक्षा करते हैं. आज हम आपको बताएंगे कि किस भगवान को कौन-सा रक्षा सूत्र बांधना चाहिए और इससे आपको किस तरह के लाभ होंगे.
सबसे पहले गणपति को बांधें राखी...
भगवान गणेश को प्रथम पूज्य कहा गया है. किसी भी पूजा में गणेश जी का ध्यान सबसे पहले किया जाता है. इसलिए राक्षाबंधन के दिन सबसे पहले गणपति बप्पा को राखी बांधनी चाहिए. ध्यान रहे जिस तरह भाईयों को राखी बांधी जाती है ठीक उसी तरह गणेश जी को भी रक्षा-सूत्र बांधे. गणेश जी को लाल रंग की ही राखी बांधें जिससे आपके घर में साल भर सुख-समृद्धि बनी रहे.
भगवान विष्णु को प्रिय है पीला रंग...
भगवान विष्णु को पीला रंग बहुत प्रिय है. रक्षाबंधन के दिन भगवान विष्णु को हल्दी का तिलक लगाकर पीले रंग की राखी बांधनी चाहिए. इससे भगवान प्रसन्न होते हैं और अपने श्रद्धालुओं को मनचाहा वरदान देते हैं. उन्हें मिठाई का भोग भी लगाना चाहिए. ऐसा माना जाता है कि एक बार माता पार्वती ने भगवान विष्णु को अपना भाई मानकर उनकी कलाई पर रक्षा-सूत्र बांधा था.
महादेव को बांधे नीले रंग की राखी...
राक्षाबंधन पर्व सावन के महीने की पूर्णमासी को मनाया जाता है. राखी का दिन सावन का अंतिम दिन होता है. सावन में विशेष रूप से भोलेनाथ की आराधना होती है. इसलिए राखी के दिन भोलेनाथ को नीले रंग का रक्षा सूत्र जरूर बांधना चाहिए. मान्यता है कि ऐसा करने से जीवन की सारी समस्याएं दूर हो जाती हैं और परिवार में सुख-संपन्नता का वास होता है.
कन्हैया को भाता है हरा रंग...
श्रीकृष्ण की उंगली से खून बहने पर द्रोपदी ने अपनी साड़ी का किनारा फाड़कर उनकी उंगली और कलाई पर बांध दिया था. वहीं महाभारत में चीरहरण के समय भगवान कृष्ण ने चीर बढ़ाकर द्रोपदी के मान-सम्मान की रक्षा की थी. तभी से भारतीय संस्कृति में भाई-बहन के त्योहार रक्षाबंधन की शुरुआत हुई. कन्हैया लाल को हरे रंग की राखी अधिक प्रिय है. इसे बांधने से भगवान कृष्ण जीवन के सारे दुखों को दूर कर देते हैं.
पवन पुत्र को बांधें बजरंगी रक्षा-सूत्र...
हनुमान जी को भारतीय संस्कृति में संकटमोचक भी कहा जाता है. जब-जब भगवान राम संकट में पड़े, तब-तब पवन पुत्र हनुमान ने उनकी सारी समस्याओँ को दूर किया. इसलिए रक्षाबंधन के दिन हनुमान जी को बजरंगी रंग का धागा जरूर बांधें. पवन पुत्र को ये रंग बहुत प्रिय है. ऐसा करने से मंगल दोष दूर होते हैं और बल-बुद्धि की प्राप्ति होती है.