
एक ऐसी जगह जहा भीषण गर्मी में भी नहीं होती पानी की किल्लत।

आज मैं आपको बताने जा रही हु एक ऐसा मंदिर के बारे में जहां शिवलिंग पर 365 दिन 24 घंटे स्वयं मां गंगा करती है शिवलिंग का जलाभिषेक और इसका रहस्य आज तक कोई भी वैज्ञानिक यहा तक की कोई भी अघोरी पंडित भी नहीं सुलझा पाया है। भगवान शिव के चमत्कारी मंदिरो का जब भी जिक्र होता है झारखंड के रामगढ़ के शिव मंदिर का पुराणों में भी उल्लेख मिलता है।
टूटी झरना मंदिर रामगढ़ झारखंड के नाम से मशहूर है इस मंदिर की खास बात यह है कि भगवान शंकर के शिवलिंग पर जलाभिषेक स्वयं माँ गंगा करती है इस मंदिर की महत्ता ये है कि यहां शिवलिंग पर साल के 12 महीने और 24 घंटे जलाभिषेक होता रहता है भक्तो की आस्था है की यहाँ पर मांगी गयी कोई भी मुराद जल्द ही पूरी हो जाती है।
झारखंड के रामगढ़ जिले में एक ऐसा रहस्य में शिवलिंग है जिसके बारे में जानने के बाद हर श्रद्धालु मंदिर में एक बार जरूर जाना चाहता है और भगवान के दर्शन करना चाहता है। यूँ तो भगवान शिव को लेकर कई पौराणिक कथाएं प्रचलित हैं लेकिन यहाँ आज भी भगवान के चमत्कार लोगों को साफ़ नजर आते हैं। पुराने समय में जब इस मंदिर की जानकारी अंग्रेजों को हुई तो उन्होंने यहां होने वाले चमत्कार को अपनी आंखों से देखा तो उनकी आंखें फटी की फटी रह गई। ऐसे में भगवान के प्रति लोगों की आस्था और मजबूत हो गई यही वजह है कि इस मंदिर की कहानी दूर-दूर तक प्रचलित होती गई और इस मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ती गई।
दोस्तों रामगढ़ में स्थित इस शिव मंदिर को प्राचीन मंदिर टूटी झरना के नाम से जाना जाता है मंदिर में मौजूद शिवलिंग पर अपने आप 24 घंटे जलाभिषेक रहता है खास बात तो यह है कि यहां कोई और नहीं बल्कि खुद माँ गंगा स्वयं अपनी हथेली से करती है। माना जाता है कि इस जलाभिषेक की जानकारी पुराणों में भी मिलती है।
शिवलिंग के ऊपर मां गंगा की एक प्रतिमा स्थापित है जिनकी नाभि से अपने आप पानी की धारा उनकी हथेलियों से होती हुई शिवलिंग पर गिरती है यह आज भी रहस्य बना हुआ है कि आखिर इस पानी का स्रोत कहां है बहुत साल पहले यहां रेलवे लाइन बिछाने के दौरान इस मंदिर के बारे में लोगों को जानकारी मिली थी।
कई वैज्ञानिको ने इसके ऊपर शोध किया जानने की कोशिश की कि आखिर यह पानी का स्रोत आता कहां से है ?लेकिन आज तक इस रहस्य को कोई नहीं सोचा पाया है पानी के लिए यहां खुदाई के दौरान जमीन के अंदर से कुछ चीज दिखाई पड़ी खुदाई के वक्त यहाँ अंग्रेज भी मौजूद थे। जब पूरी खुदाई की गयी तो जमीन के अंदर एक शिवलिंग में नज़र आया साथ ही मां की एक प्रतिमा मिली अपने आप शिवलिंग पर गिर रहे जल को देखकर एक बार अंग्रेज भी आश्चर्य चकित हो गए।
मां गंगा की प्रतिमा की खास बात तो यह है कि उनकी नाभि से अपने आप यह जल निकलता रहता है जो उनके दोनों हाथों से होता हुआ शिवलिंग पर गिरता है यह पानी कहाँ से आ रहा है ये अभी तक का सबसे बड़ा रहस्य है।
सिर्फ यही रहस्य नहीं है यहां लगाए गए दो हैंडपंप भी रहस्यों से घिरे हुए हैं यहाँ लोगों को पानी के लिए हैंडपंप चलाने की जरूरत नहीं पड़ती है आपने अक्सर देखा होगा कि हैंडपंप को ऊपर निचे करके उससे पानी निकलता है लेकिन यहाँ ऐसा कुछ नहीं है यहाँ अपने आप हमेशा हैंडपंप से पानी गिरता ही रहता है वही मंदिर के पास से ही एक नदी गुजरती है जो सूखी हुई है. लेकिन भीषण गर्मी में भी इन हैंड पंप से पानी लगातार निकलता रहता है और किसी को भी आज तक पता नहीं चल पाया कि आखिर इस जल का असली स्रोत है कहाँ ?