

गृहमंत्री अमित शाह ने दिल्ली में कानून और व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा की है और लोगों से अपील कि है की वे अफवाहों पर यकीन न करे। उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस समाज के सभी वर्गो की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार है, चाहे वे किसी भी जाति या धर्म से संबद्ध हो। श्री शाह ने दिल्ली के उत्तर-पूर्वी जिले में हाल की हिंसा को देखते हुए कल एक बैठक में कानून और व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा की। बैठक में गृह सचिव अजय कुमार भल्ला, दिल्ली पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक और कानून-व्यवस्था से संबद्ध विशेष पुलिस आयुक्त एस एन श्रीवास्तव उपस्थित थे।
गृह मंत्रालय ने बताया है कि उत्तर-पूर्वी दिल्ली के किसी पुलिस स्टेशन में पिछले 36 घंटों के दौरान किसी घटना की काेई रिपोर्ट नहीं मिली है। स्थिति में सुधार को देखते हुए धारा 144 के अंतर्गत निषेधाज्ञा में कुल दस घंटे की छूट दी गयी।
गृह मंत्रालय ने अनुसार झडपों, जान-माल की क्षति आदि से संबंधित 48 प्राथमिकी पहले ही दर्ज की जा चुकी हैं और उचित समय के भीतर कुछ और एफआईआर दर्ज की जाएंगी। पुलिस ने अब तक पूछताछ के लिए 514 संदिग्ध व्यक्तियों को हिरासत में लिया है अथवा गिरफ्तार किया है। जांच के दौरान जानकारी मिलने पर और लोगों को गिरफ्तार किया जायेगा। मंत्रालय ने बताया कि 24 फरवरी को शुरू हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं में 35 लागों की मौत हुई है। स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हो रही है।
पुलिस ने लोगों की सहायता के लिए दो हेल्पलाइन सेवा स्थापित की हैं। इनके नम्बर हैं- 2 2 8 2 9 3 3 4 और 2 2 8 2 9 3 3 5 इन नम्बरों पर किसी भी तरह की शरारत करने वालों के बारे में जानकरी दी सकती है।
समाज के विभिन्न वर्गो के बीच विश्वास का माहौल पैदा करने के लिए दिल्ली पुलिस ने शांति समितियों की बैठकें आयोजित करने का सिलसिला शुरू किया है ताकि स्थिति सामान्य हो और सांप्रदायिक सदभाव बढाया जा सके। स्थिति सामान्य होने तक शांति समितियों की बैठकें जारी रहेंगी। पिछले दो दिनों में दिल्ली के विभिन्न जिलों में शांति समितियों की करीब 330 बैठके आयोजित की जा चुकी है।