धर्म

क्या सच में रावण ने बनाई थी स्वर्ण की सीढ़ियां ?

Janprahar Desk
20 May 2020 4:19 PM GMT
क्या सच में रावण ने बनाई थी स्वर्ण की सीढ़ियां ?
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भगवान शिव को कौन नहीं जानता है उनको त्रिदेव, भोले, महाकाल ऐसे कई अनेकों नाम से याद किया जाता है। तो हम आपको भगवान शिव से जुड़ी कुछ रोचक बाते बताने वाले है, जिनको जानकर आप हैरान हो जाएगे। वैसे तो हम सब ही जानते है कि रावण भगवान शिव का परम भक्त था, कहा

भगवान शिव को कौन नहीं जानता है उनको त्रिदेव, भोले, महाकाल ऐसे कई अनेकों नाम से याद किया जाता है। तो हम आपको भगवान शिव से जुड़ी कुछ रोचक बाते बताने वाले है, जिनको जानकर आप हैरान हो जाएगे। वैसे तो हम सब ही जानते है कि रावण भगवान शिव का परम भक्त था, कहा जाता है कि़ अमर रहने के लिए रावण ने पौड़ीवाला में दूसरी पौड़ी का निर्माण किया था। बता दें कि ये जगह चंडीगढ़ से 70 किलोमीटर दूर है और नाहन से 6 किलोमीटर दूरी पर है।

यहां पर स्थित शिव मंदिर में लंकापति ने अमरत्व प्राप्त करने के लिए घोर तपस्या की थी। तपस्या से प्रसन्न होकर भगवान शिव शंकर ने उन्हें वरदान दिया कि अगर वो एक ही दिन में 5 पौड़ियां निर्मित कर देगा, तो वो हमेशा के लिए अमर हो जाएगा।

वरदान मिलने के बाद रावण काफी खुश हुआ हुआ उसने सबसे पहली पौड़ी हरिद्वार में निर्मित की जिसे अब हर की पौड़ी कहते हैं। दूसरी पौड़ी रावण ने पौड़ीवाला में, तीसरी पौड़ी चूड़ेश्वर महादेव में, चौथी पौड़ी किन्नर कैलाश में बना दी। चार पौड़ी का निर्माण करने के बाद रावण को नींद आ गई और वो सो गया और तब तक सुबह हो गई थी। जिसके बाद रावण की अमरता की कामना उसके मन में ही रह गई, पूरी नहीं हो पाई।

मान्यता के अनुसार कहा जाता है कि पौड़ीवाला स्थित शिवलिंग में साक्षात भगवान शिव उपस्थित है और यहां आने वाले सभी श्रद्धालुओं की मनोकामना पूरी होती है।

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