क्या कहा राहुल ने जब उनसे पूछा गया बेहेन और योगी के बस ड्रामे पर

राहुल गंधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आज फिर प्रधान मंत्री से सवाल किये। राहुल ने अपने 48 मिनट्स की डिजिटल प्रेस कॉन्फ्रेंस पर कहा कि, " इतने दिन हो शुके है लेकिन वायरस खतम नहीं हुआ। ये बात उन्होंने इसलिए कही क्युकी प्रधानमंत्री ने देश को सम्भोदित करते वक़्त २४ मार्च को ये कहा था की ये २१ दिन की लड़ाई हैं। उनका सवाल सरे वरिष्ठ नेता और उनकी सेंट्रल सर्कार से है की उनकी आगे की नीति क्या है ? इसके बाद जब सवाल-जवाब का सिलसिला शुरू हुआ तो एक पत्रकार ने उनसे पूछा की उनकी बेहेन और यु.पि. के सी.म. के बीच जो पोलिटिकल ड्रामा हुआ उसपर उनका क्या कहना है।
जिसका जवाब में राहुल ने कहा की जो हुआ बहुत खराब हुआ। किसी भी राज्यों को उसके मजदूर के लिए सोचना चाइए। आपको बताते चले की मज़दूरों की चिंता में आकर जब कांग्रेस नेता और राहुल की बड़ी बेहेन ने सी.म. योगी को १००० बसों की मदद के लिए बोला तो सी म योगी ने उन्हें बहुत जल्द हाँ करदी थी। जिसके बाद जब प्रियंका गांधी वाड्रा ने ये मदद पोहोचे तो उन् सभी बसों को आगरा से वापिस भेज दिया गया। हमारे देश में ऐसे वक़्त में भी जो राजनीती चल रही है वो बहुत शर्म सार और चिंता का विषय है ।
राहुल गाँधी ने इन सभी बातो के बीच बताया की जब उन्होंने सरकार के आगे प्रस्ताव रखा की मज़दूरो को सीधा पैसे की मदद मिलनी चाइए तो उनको जवाब मिला की ऐसा करने से देश की छवि पर असर पड़ेगा। इस बात पर राहुल ने अपनी टिपण्णी कॉन्फ्रेंस में रखी कि जब हालत सुधर जाएगी तभ देश की छवि का ख्याल करना। अभी वक़्त है अपने मज़दूर भाई- बहन की मदद करने का। राहुल ने कहा ,"हिंदुस्तान की शक्ति , हिंदुस्तान से बनती है ना की बहार के देशो से , हिंदुस्तान की ताकत हिंदुस्तान है ना की बहार के देश"।