राहुल गाँधी ने आज फिर किये देश के प्रधानमंत्री से सवाल।

राहुल का कहना है ," हम लोकडाउन के चौथे संस्करण में है और लगभग ६० दिन से पार हो चुके है मगर अभी तक वायरस कम नहीं हुआ है। आज सुबह वीडियो सेशन के दौरान राहुल गाँधी ने प्रधान म्नत्री पे निशाना साध। ऐसा पहली बार नहीं है कि कांग्रेस ने भाजपा से सवाल किया हो। राहुल ने कॉन्फ्रेंस शुरू होते ही हिंदी और इंग्लिश में स्टेटमेंट जारी की, उन्होंने कहा ," हम लोकडाउन के चौथे संस्करण में है और लगभग ६० दिन से पार हो चुके है मगर अभी तक वायरस कम नहीं हुआ है। उनका कहना है की अभ प्रधान मंत्री भी नज़र नहीं आते।
यह प्रेस कॉन्फ्रेंस ज़ूम अप्प पर की गई है। , जिसमे लगभग सभी पत्रकार मौजूद थे। राहुल गाँधी ने अपनी चिंता और घबराहट की वजह करनोविरुस के बढ़ते हुए केसेस को बताया। उनका मन्ना है की बढ़ते हुए वायरस में कोई भी देश लोक डाउन कैसे खोल सकता है ? राहुल ने जापान और कोरिया का उद्धरण देते हुए कहा की इन् देशो ने भी तभी लोक डाउन की सखती कम की थी जब वायरस का असर कम होना शुरू हुआ था, लेकिन अभी इंडिया में जैसा की हम देख सकते है की दिन बर दिन केस बढ़ रहे है।
वो चाहते है की प्रधान मंत्री जैसे पहले देश के सामने आए थे, वैसे ही आए और इस लॉकडाउन का फेलियर स्वीकारे। उनका कहना है की , "अभ प्रधान मंत्री फ्रंट फुट पे नहीं है और न कई वरिष्ठ नेता है। में ओप्पोसिशन में होने के बावजूद चाहता हु की वो सामने से बात करे। राहुल के सुझाव के अनुसार देश को और सर्कार को इस वक़्त अपनी नीतियों पे काम करने की ज़रुरत है।
उन्होंने सवाल किये की प्रधानमंत्री और सरकार बताए की उन्होंने मजदूर , छोटे विपरी के लिए क्या सोचा है ?। उन्होंने देश खोलने से पहले क्या-क्या रणनीति बनाई है ?क्युकी जिस पैकेज के एलान हुआ था वो किसी काम का नहीं है। राहुल ने यह भी कहा की उन्होंने 10 % नहीं 1 % से भी कम का पैकेज दिया है। उन्होंने अपने काम करने के तरीके का भी ज़िक्र किया कि, वो अपने राज्यों में सीधा पैसा देरे है। वह अभी तक मजदूरों, किसानो और कई गरीबो की सहयता कर चुके है। लेकिन अभ वो चाहते है की सेंटर गवर्नमेंट भी उनकी मदद करे। कॉन्फ्रेंस के आखिर में उन्होंने कहा की किसी देशवासी का भरोसा नहीं टूटना चाइये।