भाजपा के पाले में नहीं जाएंगे ओम प्रकाश राजभर, बोले- 'बीजेपी डूबती नैया, हम नहीं होंगे सवार'

उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले सियासी उठापठक जारी है। सूबे में सियासी हलचल तेज होने के बाद गुरुवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एकाएक दिल्ली तलब किये गए, वहां पर उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की और आज प्रधानमंत्री मोदी से गुफ्तगू चल रही है। इस सब के बीच सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने भी पार्टी की बैठक बुला ली।
इस बीच राजभर ने ऐलान कर दिया है कि वो बीजेपी के साथ गठबंधन नहीं करेंगे। ओम प्रकाश राजभर ने ट्वीट करके कहा, 'भाजपा डूबती हुई नैया है, जिसको इनके रथ पर सवार होना है, हो जाये, पर हम सवार नहीं होंगे, जब चुनाव नजदीक आता है तब इनको पिछड़ों की याद आती है जब मुख्यमंत्री बनाना होता है तो बाहर से लाकर बना देते है, हम जिन मुद्दों को लेकर समझौता किये थे साठे चार साल बीत गया एक भी काम पूरा नहीं हुआ.'
भाजपा डूबती हुई नैया है,जिसको इनके रथ पर सवार होना है हो जाये पर हम सवार नहीं होंगे,जब चुनाव नजदीक आता है तब इनको पिछड़ो की याद आती है जब मुख्यमंत्री बनाना होता है तो बाहर से लाकर बना देते है,हम जिन मुद्दों को लेकर समझौता किये थे साठे चार साल बीत गया एक भी काम पूरा नहीं हुआ 1/1
— Om Prakash Rajbhar (@oprajbhar) June 11, 2021
ज्ञात हो कि यूपी विधानसभा चुनाव होने में काम से कम 8 महीने का ही समय बचा है लेकिन उससे पहले ही प्रदेश में सियासी सरगर्मी तेज हो गई है। दो दिन पहले ही कांग्रेस के कद्दावर नेता जितिन प्रसाद भाजपा में शामिल हो गए, उसके बाद भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री बीएल संतोष ने लखनऊ में शिरकत की। उसके तत्पश्चात सीएम योगी का दिल्ली जाना यह साफ तौर पर दर्शाता है कि विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी में गहरा आत्ममंथन चल रहा है।
खबर ये भी थी कि सुहैलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओपी राजभर भाजपा में फिर से शामिल हो सकते है। बीजेपी राजभर को आने पाले में गिराने की पूरी कोशिश कर रही थी क्योंकि वह पूर्वांचल यूपी का जानमान चेहरा है। मालूम हो कि राजभर जब से भारतीय जनता पार्टी से अलग हुए है तब से वह लगातार हमलावर है।
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