मेरे गुरु ने मुझे सिखाया, कभी थकना नहीं, कभी रुकना नहीं, कभी किसी के आगे झुकना नहीं - पंकजा मुंडे

आज गुरु पूर्णिमा है, गुरु को माता-पिता के बाद हमारी भारतीय संस्कृति में एक विशेष स्थान दिया गया है। इस दिन हमें गुरु से मिलने वाले ज्ञान के लिए गुरु की पूजा करने की अपेक्षा की जाती है। भाजपा नेता पंकजा मुंडे ने भी अपने गुरु को याद किया है।
पंकजा मुंडे के गुरु उनके पिता हैं, जिनकी उंगली पकड़कर पंकजा ने राजनीति में प्रवेश किया। आज उन्हें याद कर रही है। आज गुरु पूर्णिमा के अवसर पर उन्होंने ट्वीट कर स्वर्गीय गोपीनाथ मुंडे जी को याद किया है।
मेरे गुरु के विचार हमेशा मेरे साथ है, उनकी अनुपस्थिति हमेशा रहेगी। गुरु के मार्गदर्शन के बिना चलना मुश्किल है। मेरे गुरु ने मुझे सिखाया "कभी थकना नहीं, कभी रुकना नहीं, कभी किसी के सामने झुकना नहीं"। मैं ऐसा करने की कोशिश करती रहूंगी, उसने अपने ट्वीट में कहा।
गुरू पौर्णिमेच्या शुभेच्छा!
— Pankaja Gopinath Munde (@Pankajamunde) July 5, 2020
माझे गुरू विचारांनी माझ्या पाठीशी आहेत, त्यांच्या नसण्याची कमी नेहमीच राहील. गुरूच्या मार्गदर्शनाशिवाय वाटचाल करणे कठीणच असते. माझ्या गुरूनी मला शिकवले "थकणार नाही, रुकणार नाही, कोणासमोर कधीही झुकणार नाही". तसं वागण्याचा प्रयत्न करत राहीन.#GuruPurnima pic.twitter.com/f7ZPcObQbf
दूसरी ओर, भाजपा की राज्य कार्यकारिणी हाल ही में घोषित की गई है। पंकजा मुंडे का नाम इससे हटा दिया गया है। उनकी जगह उनकी बहन सांसद प्रीतम मुंडे ने ले ली है। इस पृष्ठभूमि के साथ, पंकजा के संदेश को कभी न थकने, कभी रुकने, कभी किसी के सामने झुकने का संकेत माना जाता है।