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मिशन 2024: क्या फिर से कांग्रेस में शामिल होंगे PK या बाहर से ही निभाएंगे चाणक्य की भूमिका?

Janprahar Desk
5 Aug 2021 2:04 PM GMT
मिशन 2024: क्या फिर से कांग्रेस में शामिल होंगे PK या बाहर से ही निभाएंगे चाणक्य की भूमिका?
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मिशन 2024: क्या फिर से कांग्रेस में शामिल होंगे PK या बाहर से ही निभाएंगे चाणक्य की भूमिका?

लोकसभा चुनाव 2024 से पहले राजनीतिक गलियारों में प्रशांत किशोर के कांग्रेस का दामन थामने की चर्चा गरमा रही है। जब से रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने कैप्टन अमरिंदर सिंह के प्रधान सलाहकार के पद से इस्तीफा दिया तब से अटकलों का बाजार और गरम हो गया है। माना जा रहा है कि सदन का मानसून सत्र खत्म होने के बाद पीके आधिकारिक तौर पर कांग्रेस के लिए 2024 की रणनीति बनाएंगे!

पिछले कई दिनों से प्रशांत किशोर कांग्रेस के अलकामान के साथ कई बैठक कर चुके है। बैठक में कांग्रेस को एक बार फिर से 2024 के लिए खड़ा करने का प्लान भी सुझाया गया है। हालांकि पीके के करीबी सूत्रों का कहना है कि फिलहाल कांग्रेस जॉइन करने का कोई प्लान नहीं है। जानकारों का कहना है कि कांग्रेस के अंदर पीके को जब पूरी तरह से काम करने और फैसला लेने की आजादी मिल जाएगी। तभी कांग्रेस और पीके के बीच कोई संबंध बन पायेगा।

वहीं, एक वरिष्ठ नेता का कहना है कि मानसून सत्र के बाद कांग्रेस खेमे में मंथन किया जाएगा और 2024 कि रणनीति के लिए प्रशांत किशोर को कांग्रेस में महासचिव का पद मिल सकता है। इसके साथ ही भविष्य की चुनावी रणनीति उनके हाथों में होगी।

गौरतलब है कि पिछले कई सालों में प्रशांत किशोर की वैल्यू भारतीय राजनीति में बढ़ी है। प्रशांत ने अपने रणनीति के दम में कई चुनावी पार्टियों को जीत दिलाई है। इसका सबसे ताजा उदाहरण है बंगाल चुनाव। वहीं, इससे पहले पीके भाजपा के लिए 2014 में काम कर चुके है। उन्होंने दिल्ली में केजरीवाल को भी जीत दिलाई थी।

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वहीं, 2019 लोकसभा चुनाव में बाद से कांग्रेस पार्टी के लिए सबसे बड़ा संकट नेतृत्व का है। मौजूदा समय मे कांग्रेस आपने आंतरिक कलह से ही नहीं निपट पा रही है। ऐसे में माना जा रहा है कि अगर पीके एक बार फिर से कांग्रेस के साथ आते है तो 2024 लोकसभा का चुनाव मोदी बनाम राहुल होगा।

सभी जानते है कि प्रशांत किशोर किसी पार्टी से जुड़ने में बाद नई रणनीति बनाते है और पार्टी को नई दिशा में ले जाते है। जो विपक्षियों के लिए चिंता का सबब बन जाता है। फिलहाल देखना होगा कि क्या पीके कांग्रेस के साथ आते है या नहीं।

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