
राष्ट्रीय हित को सर्वोपरि कहते हुए, लद्दाख के गलवान मुद्दे पर राहुल ने पूछे मोदी से यह तीन सवाल!

National interest is paramount. GOI's duty is to protect it.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) July 7, 2020
Then,
1. Why has Status Quo Ante not been insisted on?
2. Why is China allowed to justify the murder of 20 unarmed jawans in our territory?
3. Why is there no mention of the territorial sovereignty of Galwan valley? pic.twitter.com/tlxhl6IG5B
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कांग्रेस नेता राहुल गांधी लद्दाख की गलवान घाटी में हुए भारत-चीन विवाद को लेकर लगातार बीजेपी सरकार पर हमला बोल रहे हैं ।उन्होंने मोदी सरकार पर अपने तीन सवालों के माध्यम से हमला बोला है। राहुल गांधी ने कहा- राष्ट्रहित सर्वोपरि है, इसकी रक्षा करना भारत सरकार की जिम्मेदारी होनी चाहिए । बता दें ,ये तीन सवाल पूछने से पहले भी राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर कई सवाल सादे थे । राहुल का कहना था कि कोरोना, नोट बंदी, जीएसटी की नाकामी से देश को काफी नुकसान हुआ है ।
इसके अलावा राहुल गांधी ने सरकार की काफी नीतियों पर बड़े-बड़े सवाल उठाए और केंद्र सरकार को जलील करने के लिए सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया है। राहुल ने ट्वीट कर कहा कि कोविड-19 ,नोटबंदी और जीएसटी के मामलों में सरकार की नाकामिया भविष्य में हावर्ड बिजनेस स्कूल के लिए केस स्टडी होंगी । इससे पहले भी राहुल कई बार लॉकडाउन की स्ट्रैटेजी को फेल बता चुके हैं।
हाल ही में उन्होंने केंद्र सरकार के लिए तीन सवाल खड़े किए हैं।
उसमें से पहला सवाल है कि 'सीमा पर यथास्थिति बनाए रखने से लेकर दबाव क्यों नहीं डाला गया?'
दूसरा सवाल है कि ' हमारे क्षेत्र में निहत्थे 20 जवानों की हत्या को चीन द्वारा सही ठहराने क्यों दिया जा रहा है?
और तीसरा सवाल तो दिल को हिला देने वाला है।
राहुल गांधी का तीसरा सवाल है कि 'गलवान घाटी में हमारी क्षेत्रीय संप्रभुता का जिक्र क्यों नहीं है?' राहुल ने भारत और चीन की सरकारों के बयानों को ट्वीट कर शेयर किया और जनता को दिखाने की कोशिश की। उन्होंने लिखा कि राष्ट्रहित सर्वोपरि है ,इसकी रक्षा करना भारत सरकार की जिम्मेदारी होनी चाहिए। 1 दिन पहले की स्थिति कुछ यू थी कि सोमवार को खबर आई थी ,गलवान घाटी में चीन ने अपनी सेना 2 किलोमीटर पीछे बुला ली है।
सोमवार को खबर आई थी कि गलवान घाटी में चीन ने अपनी सेना दो किलोमीटर पीछे बुला ली है। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजित डोभाल की चीन के विदेश मंत्री मंत्री वांग यी से वीडियो कॉल पर दो घंटे चर्चा की थी। रविवार को हुई इस बातचीत के कुछ ही घंटे बाद चीन ने सेना वापस बुलाने का फैसला लिया। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लद्दाख का दौरा किया था।
