
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चुनाव को अमेरिका को महान बनाए रखने के एक युद्ध के रूप में परिभाषित किया है, जबकि उनके डेमोक्रेटिक प्रतिद्वंद्वी ने इसे राष्ट्र की आत्मा के लिए लड़ाई कहा है।
रियलक्लीयर पॉलिटिक्स पोलिंग एवरेज के अनुसार, बाइडन ट्रंप से 6.7 प्रतिशत की बढ़त के साथ चुनाव में दांव आजमा रहे हैं।
बाइडन की जीत भारतीय-अमेरिकी कमला हैरिस को लाने के साथ इतिहास रच देगी। हैरिस उपराष्ट्रपति पद की उम्मीदवार हैं।
वह अफ्रीकी मूल की उपराष्ट्रपति बनने वाली पहली महिला भी होंगी।
भारतीय-अमेरिकी मतदाता, जो मतदाताओं का लगभग एक प्रतिशत हैं, प्रमुख राज्यों में जीत के मार्जिन के लिहाज से अहम भूमिका निभा सकते हैं।
यूएस इलेक्शंस प्रोजेक्ट के मुताबिक, महामारी और विभाजन से बाधित एक चुनाव प्रक्रिया में, पहले से ही लगभग 15.2 करोड़ मतदाताओं में से अनुमानित 9.76 करोड़ रविवार तक अपने मताधिकार का प्रयोग कर चुके हैं। 6.21 करोड़ पोस्ट द्वारा और 3.55 करोड़ अर्ली वोटिंग प्रक्रिया में मतदान स्थलों पर पहुंचकर वोट डाल चुके हैं।
मेल द्वारा या अर्ली वोटिंग के तहत व्यक्तिगत रूप से मौजूद होकर बड़ी संख्या में लोगों के वोट डालने के कारण इस बार पारंपरिक एग्जिट पोल संभव नहीं होंगे।
अनिश्चितता ने देश को इस आशंका के बीच खड़ा कर दिया है कि अधूरे परिणाम दंगों को जन्म दे सकते हैं, जिसके कारण एहतियातन कड़ी सुरक्षा-व्यवस्था की गई है।
कोविड-19 के प्रति अपने रुख को लेकर बचाव करते आए ट्रंप इस संकल्प के साथ चुनाव लड़ रहे हैं कि वह अमेरिका में रिकॉर्ड स्तर पर रोजगार और आर्थिक विकास लाएंगे।
--आईएएनएस
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