दोनों डोज ले चुके लोगों को संक्रमित होने की कितनी संभावना? ब्रिटेन की स्टडी में निकला ये निष्कर्ष

ब्रिटेन के शोध में बताया गया है कि कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लेने के बाद संक्रमित होने की संभावना कितने प्रतिशत रह जाती है। कोरोना को लेकर हुई यह स्टडी यूके के सबसे बड़ी स्टडीज में से एक है। कम्युनिटी ट्रांसमिशन की रियल-टाइम असेसमेंट स्टडी में दावे के साथ कहा गया कि कोरोना की दोनों डोज लेने वाले लोगों में संक्रमण की संभावना 3 गुना कम हो जाती है।
यह स्टडी 24 जून से 12 जुलाई के बीच इंग्लैंड के लोगों पर की गई। अध्ययन में भाग लेने वाले 98,000 वॉलंटियर्स ने बताया कि दोनों डोज लेने वाले लोग दूसरे में संक्रमण भी कम फैलाते है। साथ ही अध्ययन में यह निष्कर्ष निकाला कि दोनों डोज ले चुके लोगों में कोरोना के खिलाफ प्रतिरोधक क्षमता का इजाफा हुआ है।
स्टडी में रिजल्ट से यह पता चलता है कि जिन लोगों ने कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज ले ली है उन्हें कोरोना होने की संभावना तीन गुना कम है। यूके के स्वास्थ्य सचिव साजिद जाविद का कहना है कि वैक्सीन वायरस के खिलाफ एक दीवार की तरह काम कर रहा है। लेकिन हमे अभी भी सतर्क रहने की जरूरत है क्योंकि हम वायरस के साथ रहना सीख रहे है।
स्टडी में सामने आया है कि इंग्लैंड में संक्रमण 0.15 प्रतिशत से चार गुना बढ़कर 0.63 प्रतिशत हो गया है। लेकिन जिन लोगों न वैक्सीन की दोनों डोज ली है उन्हें कोरोना के मामूली लक्षण ही हो रहे है। उन्हें अस्पताल जाने की नौबत नहीं आ रही।
यह भी पढ़ें: Corona 3rd Wave: एक्सपर्ट्स का दावा, कोरोना की तीसरी लहर इस महीने होगी अपने पीक पर
वहीं, पब्लिक हेल्थ इंग्लैंड के डाटा से पता चला है कि यूके में लगने वाली वैक्सीन कोरोना के सभी वैरिएंट पर प्रभावी है। पब्लिक हेल्थ इंग्लैंड के अनुसार वैक्सीन की वजह से इंग्लैंड में 35,200 से 60,000 मौतों टली है। वहीं, 52,600 लोगों को अस्पताल में भर्ती होने से रोका गया है।
अगर भारत की बात करें तो केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार देशभर में अब तक कोरोना वैक्सीन की 49 करोड़ से अधिक डोज दी जा चुकी है।
अन्य खबरें
-
66ए के तहत दर्ज केस पर सख्त हुआ सुप्रीम कोर्ट, देश के सभी राज्यों को नोटिस जारी कर मांगा जवाब
-
जानिए कितना खतरनाक है कोरोना का डेल्टा वैरिएंट, चेचक की तरह हैं लक्षण
-
देश में बढ़ी टिकाकरण की रफ्तार, लेकिन लक्ष्य से अब भी बहुत पीछे, देखिए वैक्सीनेशन के आंकड़े
-
क्या वैक्सीन के दोनों डोज के बाद बूस्टर डोज की भी होगी जरूरत? जानिए डॉ गुलेरिया की राय
-
मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद से दर्ज हुए राजद्रोह के सबसे ज्यादा मामले, देखिए आंकड़ें