
चावल फेंकने की रस्म के बाद ही क्यों की जाती है लड़की की विदाई, जानिए इस शादी की रस्म का कारण.....!

Why is the girl's farewell done only after the rice throwing ceremony, know the reason for this wedding ritual....!
भारतीय शादियां सिर्फ धूमधाम के लिए ही नहीं बल्कि अपनी खूबसूरत रस्मों के लिए भी देश-दुनिया में मशहूर हैं। कई जगहों पर शादी में अलग-अलग रस्में होती हैं। हम इसके बारे में ठीक से नहीं जानते है। आपने शादी की कई रस्में देखी होंगी, लेकिन आज हम जिसकी बात कर रहे हैं, वह है। चावल फेंकने की रस्म के बाद ही क्यों की जाती है लड़की की विदाई, जानिए इस शादी की रस्म का कारण
इस रस्म में दुल्हन विदाई के वक्त डोली में बैठने से पहले अपने पीछे ५ बार चावल फेंकती है। धार्मिक शास्त्रों में चावल को धन और धान्य का प्रतीक माना गया है, इसलिए इस अनुष्ठान में चावल का प्रयोग किया जाता है। चावल फेंकने की रस्म को प्रार्थना का एक रूप माना जाता है। ऐसा कहा जाता है,कि दुल्हन भले ही अपना घर छोड़ कर चली गई हो लेकिन वह हमेशा अपने परिवार के सदस्यों के लिए प्रार्थना करेगी।
हिंदू धर्म में चावल को बहुत ही शुभ माना जाता है। इसका उपयोग कई धार्मिक कार्यों में किया जाता है। ऐसा माना जाता है,कि इस रस्म से दुल्हन के परिवार की बुरी नजर दूर रहती है। दुल्हन को चावल फेंकना उसके घर में धन के साथ जुड़ा हुआ है। घर से निकलते समय दुल्हन अपने परिवार के सदस्यों के लिए धन-संपदा की कामना करते हुए निकलती है। चावल फेंकना एक दुल्हन का अपने परिवार के सदस्यों को धन्यवाद देने का तरीका है क्योंकि हर माता-पिता अपने बच्चों के लिए बहुत कुछ करते हैं। चावल की रस्म के साथ दुल्हन अपने घर को भोजन से भर देती है। ऐसा माना जाता है,कि दुल्हन की मां के घर में कभी कोई कमी नहीं होनी चाहिए, इसलिए दुल्हन विदाई के समय चावल फेंकती है।
