

दिल्ली में बीते 24 घंटे के दौरान कोरोना संक्रमण का पता लगाने के लिए 67,463 टेस्ट किए गए। कोरोना टेस्ट में जहां 246 व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए वहीं इस दौरान 385 कोरोना संक्रमित व्यक्ति स्वस्थ भी हुए हैं। दिल्ली के विभिन्न अस्पतालों में कोरोना रोगियों के लिए 11,088 बेड आरक्षित किए गए हैं। इनमें से फिलहाल 1101 बेड पर कोरोना रोगी हैं जबकि 9,987 बेड अभी भी खाली हैं।
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा, दिल्ली में पॉजिटिविटी रेट काफी कम हुआ है। कोरोना की तीसरी लहर अब समाप्त हो चुकी है। हालांकि अभी भी सावधानी बरतने की आवश्यकता है। सभी लोग मास्क जरूर लगाएं। पिछले डेढ़ महीने में कोरोना की स्थिति में काफी सुधार हुआ है। लोगों ने नियमों का सख्ती से पालन किया है जिसके कारण कोरोना में कमी आई है।
शनिवार को पूरी दिल्ली में 4,317 हेल्थ वर्कर्स को कोरोना वैक्सीन लगाई गई। दिल्ली में लगभग 8,100 हेल्थ वर्कर्स को कोरोना वैक्सीन लगाई जानी थी, लेकिन लगभग इसकी आधी संख्या में ही कोरोना वैक्सीन लगाई जा सकी। सत्येंद्र जैन ने कहा, पूरे देश में तय संख्या के मुकाबले लगभग 50 फीसदी लोगों को ही यह वैक्सीन लगाई जा सकी। दिल्ली में भी ऐसा ही रहा। जितने लोगों ने वैक्सीन के लिए पंजीकरण करवाया था उनमें से आधे लोग नहीं आए। वैक्सीन लगाने का यह स्वैच्छिक कार्यक्रम है। पंजीकरण के बावजूद किसी भी व्यक्ति को वैक्सीन लगाने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता।
स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन के मुताबिक फिलहाल दिल्ली नगर निगम के कर्मचारी हड़ताल पर हैं इसलिए नगर निगम के अस्पतालों को इस अभियान में शामिल नहीं किया गया है। अगले दौर में जब वैक्सीनेशन केंद्रों की संख्या बढ़ाई जाएगी तब एमसीडी के अस्पतालों को भी इस कार्यक्रम में शामिल किया जाएगा।
--आईएएनएस
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