
Insurance Kya Hota Hai? : What is Insurance in Hindi | जानिए बीमा कितने तरह का होता है

Insurance in Hindi: आपने भी TV या इंटरनेट विज्ञापनों में बीमा (Insurance) कंपनियों के विज्ञापन देखें होंगे। इसलिए इंश्योरेंस से जुड़े काफी सवाल आपके दिमाग में भी होंगे जैसे Insurance Kya Hota Hai? (What is Insurance in Hindi), बीमा कितने तरह का होता है? (Type of Insurance in Hindi) और इंश्योरेंस कैसे लिया जाता है? आदि। आज हम आपको Insurance in Hindi से संबंधित सभी सवालों के जवाब इस लेख के माध्यम से बतएंगे। तो चलिए सबसे पहले जानते है कि Insurance Kya Hai?
Insurance Kya Hota Hai? | What is Insurance in Hindi
Insurance का हिन्दी में मतलब बीमा है जो भविष्य में होने वाले किसी भी नुकसान या हानि से निपटने का ज़रिया है। यह कोई नहीं जानता है कि कल उसके साथ क्या हो जाएं, Insurance के जरिए भविष्य में होने वाले संभावित खतरे की भरपाई करने की कोशिश की जाती है। या यूं कह लीजिए कि बीमा (Insurance) फ्यूचर में किसी नुकसान की आशंका से निपटने का प्रभावी हथियार है।
भारत में तमाम Insurance कंपनियां है जो बीमा करती है। अगर व्यक्ति ने बीमा ले रखा है तो व्यक्ति के साथ होने वाले आर्थिक नुकसान की भरपाई बीमा कंपनी करती है। यह निर्भर करता है कि आपने किस कंपनी से किस तरह का बीमा ले रखा है।
उदाहरण के तौर पर समझिए कि आपने अगर अपने मोबाइक का बीमा करा रखा है तो मोबाइल के खोने या टूटने पर बीमा कंपनी आपके मोबाइल का मुआवजा आपको देगी। जब हम कोई एक बीमा खरीदते है तो हमको किसी निश्चित अमाउंट की किस्त को एक निश्चित समय पर भरना होता है या कई बार किसी योजना में एक ही बार मे पूरा पैसा भरना होता है जो की बीमा कंपनी के साथ लिखित कांट्रॅक्ट में विवरण किया होता है। इसे प्रीमियम राशि कहा जाता है।
Types of Insurance in Hindi | बीमा कितने प्रकार का होता है?
आमतौर पर बीमा दो ही प्रकार के होते है। पहला जीवन बीमा (Life Insurance) और दूसरा साधारण बीमा (General Insurance) जीवन बीमा का आशय है जिंदगी से संबंधित है, यह सिर्फ व्यक्ति के जीवन पर ही होता है। लेकिन साधारण बीमा में भी कई प्रकार होते है। नीचे आपको दोनों के बारे समझाया गया है।
1. Life Insurance | जीवन बीमा
जैसा कि नाम से ही स्पष्ट होता है कि जीवन बीमा व्यक्ति के मृत होने के बाद उसके आश्रितों को बीमा कंपनियों द्वारा दिया जाता है। यदि परिवार के कमाऊ सदस्य की मृत्यु हो जाती है तो परिवार को आर्थिक संकट से उबारने के लिए Life Insurance बेहद जरूरी है। जीवन बीमा एक तरह की बचत है जिसे कोई व्यक्ति लेता है तो उसकी किसी दुर्घटना मे मौत होने पर उसके परिवार के लोगो को बीमा कंपनी कुछ राशि या प्रीमियम देती है।
Life Insurance लेने वाले को कुछ अमाउंट एक नियत समय तक बीमा कंपनी मे जमा करना होता है, उससे उसको कितना प्रीमियम मिलेगा, यह बीमा की योजना पर निर्भर करता है। जीवन बीमा में भी कई अलग-अलग तरह की योजनाएं होती है।
2. General Insurance | साधारण बीमा
साधारण बीमा का आशय निर्जीव वस्तृ से है। साधारण बीमा के तहत आप अपने घर, वाहन, स्वास्थ्य, कारोबार आदि का बीमा करवा सकते है। अब चलिए जानते है General Insurance कितने प्रकार के होते है।
Home Insurance (घर का बीमा)
घर का बीमा घर और उसके अंदर की वस्तुओं की सुरक्षा करता है। बीमा पॉलिसी खरीदने के बाद अगर घर को किसी भी तरह का नुकसान होता है तो उसकी भरपाई बीमा कंपनी द्वारा किया जाता है। इस बीमा में प्राकृतिक आपदा और कृत्रिम आपदा से हुआ नुकसान शामिल है।
Motor Insurance (वाहन बीमा)
इसके तहत मोटर वाहन, दोपहिया, तिपहिया या चौपहिया वाहन की क्षति या चोरी के लिए बीमा कराया जाता है। मोटर्स व्हीकल एक्ट (Motors Vehicle Act) के तहत भारत में मोटर बीमा अनिवार्य है। वाहन बीमा पॉलिसी का सबसे अधिक फायदा आपको तब होता है जब आपके वाहन से किसी व्यक्ति को चोट लग गई या किसी व्यक्ति की मौत हो गई हो।
Travel Insurance (यात्रा बीमा)
यात्रा बीमा आपकी यात्रा को कवर करता है, ये घरेलू यात्रा भी हो सकती है और विदेशी यात्रा भी। कुछ यात्रा बीमा कीमती सामान के नुकसान या चोरी को कवर करता है वहीं कुछ यात्रा बीमा दुर्घटना और मेडिकल इमरजेंसी को कवर करती हैं।
बता दें कि यात्रा बीमा पॉलिसी आपकी यात्रा शुरू होने से लेकर यात्रा खत्म होने तक ही वैध होता है। यात्रा बीमा पॉलिसी के लिए अलग-अलग बीमा कंपनियों की शर्त अलग-अलग हो सकती है।
Health Insurance (स्वास्थ्य बीमा)
भारत में हेल्थ बीमा की बहुत ही मांग है। जब से कोविड महामारी ने दस्तक दी है तब से लोग स्वास्थ्य बीमा ज्यादा करवा रहे है। स्वास्थ्य बीमा लेने पर बीमारी होने पर बीमा कंपनी इलाज का खर्च कवर करती है। स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी के तहत इंश्योरेंस कंपनी किसी भी तरह की बीमारी होने पर इलाज पर खर्च होने वाली रकम देती है। यह निर्भर करता है कि आपने किस तरह का हेल्थ इंश्योरेंस ले रखा है।
Crop Insurance (फसल बीमा)
मौजूदा नियमों के हिसाब से कृषि लोन लेने वाले हर किसान को फसल बीमा खरीदना जरूरी है। फसल बीमा पॉलिसी के तहत फसल को किसी भी तरह का नुकसान होने पर बीमा कंपनी किसान को उसका मुआवजा देती है। फसल बीमा पॉलिसी के तहत आग लगने, बाढ़ की वजह से या किसी बीमारी की वजह से फसल खराब होने पर बीमा कंपनी की तरफ से मुआवजा दिया जाता है।
Business Liability Insurance (कारोबार उत्तरदायित्व बीमा)
यह बीमा किसी कंपनी के काम-काज या किसी उत्पाद से ग्राहक को होने वाले नुकसान की भरपाई के लिए होता है। इस तरह की किसी स्थिति में कंपनी पर लगने वाला जुर्माना और कानूनी कार्यवाही का पूरा खर्च उत्तरदायित्व बीमा करने वाली बीमा कंपनी को उठाना होता है।
How to take Insurance? | इंश्योरेंस कैसे ले?
बीमा (Insurance) लेने के कई तरीके है, टेक्नोलॉजी के इस दौर में तो अब यह बेहद ही आसान हो गया। अपन जिस भी कंपनी का बीमा लेना चाहते है उस कंपनी की ऑफिसियल वेबसाइट पर जाकर सारा प्लान समझ सकते है और ऑनलाइन ही Insurance करवा सकते है। आप चाहे तो बीमा कंपनी के बीमा एजेंट से मिलकर अपना बीमा करवा सकते है।
बीमा करवाने से पहले यही सलाह दी जाती है कि सभी बीमा कंपनियों का प्लान पहले ही देख ले आपको जो भी प्लान अच्छा लगे उसके बाद बीमा करवाएं।
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