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एन्क्रिप्टेड टोकन क्या है? जिसकी वजह से बदलने जा रहा है डेबिट और क्रेडिट कार्ड से पेमेंट का तरीका

Ankit Singh
22 Dec 2021 6:07 AM GMT
एन्क्रिप्टेड टोकन क्या है? जिसकी वजह से बदलने जा रहा है डेबिट और क्रेडिट कार्ड से पेमेंट का तरीका
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Debit-Credit Card New Rules: ऑनलाइन पेमेंट की सुरक्षा को और बढ़ाने के लिए RBI ने क्रेडिट और डेबिट कार्ड के लिए नए नियम बनाए है, जो 1 जनवरी से लागू हो जाएंगे। अगर आप भो क्रेडिट या डेबिट कार्ड का इस्तेमाल करते है है तो इन नियमों के बारें में जरूरी जान लें।

New Rules for Online Payment: अगर आप क्रेडिट या डेबिट कार्ड का इस्तेमाल ऑनलाइन भुगतान के लिए करते है तो यह खबर आपके लिए बड़े काम की है। दरअसल रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ऑनलाइन पेमेंट के नियमों को 1 जनवरी से बदलने जा रहा है। नए नियमों के तहत ऑनलाइन भुगतान के लिए एन्क्रिप्टेड टोकन (Encrypted Tokens) का इस्तेमाल किया जाएगा। अब यह Encrypted Tokens Kya Hai? यह सवाल आपके मन में भी उमड़ रहा होगा, तो चलिए जानते है।

RBI ने सभी भुगतान गेटवे और उन वेबसाइट को निर्देश दिया जो भुगतान करने और ग्राहकों का डाटा स्टोर करके रखते है। नए आदेश के मुताबिक सभी वेबसाइट और गेटवे से 1 जनवरी से एन्क्रिप्टेड टोकन (Encrypted Tokens) का इस्तेमाल करने के निर्देश जारी किए गए है। यह नियम ऑनलाइन पेमेंट के सुरक्षा के लिहाज से बनाये गए है।

Encrypted Tokens क्या है?

नए नियमों के मुताबिक अब ऑनलाइन पेमेंट का भुगतान करते वक़्त कार्ड नेटवर्क की तरफ से एक कोड मिलेगा जिसे टोकन कहा जाएगा। इस कोड का इस्तेमाल ही ऑनलाइन पेमेंट के लिए किया जाएगा। यह कोड एन्क्रिप्टेड फॉर्म में होगा, इस तरह से ग्राहकों को डेबिट और क्रेडिट के नंबर, सीवीसी नंबर और पिन नंबर को दर्ज नहीं करना होगा और न ही आपके कार्ड की निजी जानकारी मरचेंट वेबसाइट के पास स्टोर होगी।

यह एन्क्रिप्टेड टोकन पेमेंट के वक़्त Visa, मास्टरकार्ड (Mastercard) और रूपे जैसे कार्ड नेटवर्क्स द्वारा ही जारी किए जाएंगे। गौरतलब है कि अभी हमें ट्रांजेक्शन के वक्त 16 अंकों का कार्ड नंबर, कार्ड एक्सपायरी डेट, सीवीवी और ओटीपी डालना होता है। ट्रांजेक्शन पिन देने की भी जरूरत होती है। नए नियम जारी होने के बाद से यह सब जानकारियां नहीं देनी होंगी। अब आपको पेमेंट के वक़्त जो कोड प्राप्त होगा, वही जानकारी देनी होगी।

ग्राहकों को इस नए नियम से रूबरू कराने के लिए बैंकों ने अपने कस्टमर्स को अलर्ट करना शुरू कर दिया है। देखा जाए तो भुगतान करने और ऑनलाइन मर्चेंट के साथ साझा करने के लिए एक टोकन कार्ड रीयल कार्ड डिटेल्स से ज्यादा सुरक्षित है। इस पहल से कार्ड लेनदेन को यूजर्स के लिए ज्यादा सुरक्षित और सुविधाजनक बनाने की उम्मीद है।

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