
Mutual Fund v/s Gold: निवेश के लिए म्यूच्यूअल फंड या गोल्ड? जानिए कौन सा विकल्प है बेहतर

Mutual Fund v/s Gold: एक समय था जब सोने को निवेश के सबसे अच्छे विकल्पों में से एक माना जाता था। लोग अपने प्रियजनों को उपहार में देने के लिए या अपने बच्चे की शादी के लिए बचत करने के लिए गहने रखते थे। आज बीतते वर्षों के साथ चीजें निश्चित रूप से बदल गई हैं।
सॉवरेन बॉन्ड या डिजिटल गोल्ड जैसे फंड प्रकारों के उद्भव के कारण निवेश पैटर्न में बदलाव आया है। ऐसी स्थिति में एक निवेशक के लिए यह सोचना समझदारी है कि क्या कोई विशेष संपत्ति दूसरे से बेहतर है। ऐसे में आइए जानते है कि म्यूचुअल फंड और गोल्ड में से किसे चुनना चहिए।
ध्यान दें कि म्यूचुअल फंड और गोल्ड के रिटर्न और जोखिम अलग-अलग होते हैं और ये विभिन्न प्रकारों में उपलब्ध होते हैं।
शुद्धता के आधार पर सोने के प्रकार
- फिजिकल गोल्ड बिस्किट 10 ग्राम में उपलब्ध होते हैं, और इनकी कीमत बाजार में मांग और आपूर्ति के अनुसार स्टॉक एक्सचेंज में उतार-चढ़ाव करती है।
- गोल्ड ईटीएफ को इलेक्ट्रॉनिक रूप में रखा जा सकता है। यह बिल्कुल बैंक खाते की तरह काम करता है। अगर आपके पास 1 यूनिट सोना है, जो 1 ग्राम सोने के बराबर है, तो आप यूनिट को बेच सकते हैं और राशि आपके बैंक एकाउंट में जमा हो जाती है।
म्यूचुअल फंड के प्रकार
डेट फंड - कम जोखिम वाले निवेशक डेट म्यूचुअल फंड का विकल्प चुन सकते हैं और 7% से 10% की दर से रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं।
मिडकैप फंड - ये मध्यम जोखिम वाले म्यूचुअल फंड हैं जो 15% से 20% की दर से रिटर्न देते हैं।
लार्ज कैप फंड - मल्टी-कैप फंड की तरह इस प्रकार के म्यूचुअल फंड में मध्यम जोखिम होता है। यह 12% से 18% की रेंज में ऑफर करता है।
स्मॉल कैप - उच्च रिटर्न की तलाश में निवेशक स्मॉल कैप कंपनियों के शेयर खरीदना चुन सकते हैं। ये शेयर 15% से 20% के बीच रिटर्न देते हैं।
बैलेंस्ड फंड - इसे हाइब्रिड फंड के रूप में भी जाना जाता है, यह इक्विटी और डेट म्यूचुअल फंड दोनों में निवेश करता है। जोखिम और रिटर्न फंड के प्रकार पर निर्भर हैं।
लोगों ने म्यूच्यूअल फण्ड की ओर रुख करना क्यों शुरू किया?
सोने की तुलना में म्यूचुअल फंड को एक सुरक्षित विकल्प माना जाता है और यह बेहतर तरलता प्रदान करता है। यूनिटों को भुनाने की एक खामी यह है कि रिटर्न पर टैक्स लगाया जा सकता है। वहीं अगर आप सोने में निवेश कर रहे हैं तो ऐसा नहीं है। इसके अलावा म्यूचुअल फंड बेहतर रिटर्न देते हैं, इसलिए इसे बहुत सारे प्रोफेशन इन्वेस्टर द्वारा पसंद किया जाता है।
गोल्ड इन्वेस्टमेंट के कुछ फायदें
गोल्ड किसी भी रूप में खरीदा जा सकता है। वे विभिन्न कैरेट और आकारों में उपलब्ध हैं। इसे किसी भी दुकान से खरीदना आसान है या आप डिजिटल प्लेटफॉर्म से भी इसका लाभ उठा सकते हैं। म्युचुअल फंडों के विपरीत जहां रिसर्च की सबसे अधिक आवश्यकता होती है। वहीं गोल्ड में आपको जौहरी की प्रामाणिकता पर न्यूनतम जांच करने की आवश्यकता होती है।
निष्कर्ष
जब दोनों के बीच चयन करने की बात आती है, तो आपका निर्णय रिटर्न पर आधारित नहीं होना चाहिए। अंतिम निर्णय लेने से पहले अपने उद्देश्यों और लक्ष्यों की समीक्षा करना आवश्यक है।
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