आर्थिक

हिंडनबर्ग रिसर्च.........क्या है?

Sudarshan Kendre
5 Feb 2023 8:04 AM GMT
Hindenburg Research. What is it? what do you say? what is the matter??
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Hindenburg Research. What is it? what do you say? what is the matter??

एशिया के चौथे सबसे अमीर बिजनेसमैन गौतम अडानी के साम्राज के बारे में निगेटिव रिपोर्ट आने से पसीने छूट गए हैं। रिपोर्ट के बाद उनकी सूचीबद्ध कंपनियों के शेयरों में गिरावट आई है। नतीजतन,अडानी की संपत्ति में करीब छह अरब डॉलर (४,८९,२०,६४,००,००० रुपये) की कमी आई। इस रिपोर्ट में पेश किए गए तथ्यों पर अडानी ग्रुप ने अपना पक्ष रखा है और अब अदालती लड़ाई का हथियार उठाने को तैयार है। इस सनसनीखेज रिपोर्ट को पेश करने वाली कंपनी के बारे में जानते है........

अमेरिकी रिसर्च कंपनी 'हिंडनबर्ग रिसर्च' नेगेटिव रिपोर्ट्स की वजह से सुर्खियों में आ गई है। कंपनी के संस्थापक नाथन एंडरसन हैं। उन्होंने कनेक्टिकट विश्वविद्यालय से अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में डिग्री प्राप्त की है। इसके बाद उन्होंने 'फैक्टसेट रिसर्च सिस्टम्स' नाम की एक डेटा कंपनी ज्वाइन की। वहां वह 'इन्वेस्टमेंट मैनेजमेंट' कंपनियों के लेन-देन देखते थे। इसके बाद उन्होंने २०१७ में अपनी शॉर्ट सेलिंग कंपनी 'हिंडनबर्ग' शुरू की।

हिंडनबर्ग रिसर्च क्या करती है?: हिंडनबर्ग रिसर्च एक फोरेंसिक वित्तीय शोध कंपनी है, जो इक्विटी, क्रेडिट और डेरिवेटिव का विश्लेषण करती है। 'हिंडनबर्ग' किसी भी कंपनी की वित्तीय समस्याओं का पता लगाने और उसकी व्यापक रिपोर्ट तैयार करने और प्रकाशित करने का काम करता है। यह बैलेंस शीट गड़बड़ी, प्रबंधन दोष आदि जैसे मुद्दों पर प्रकाश डालती है। एक कंपनी जो लाभ कमाने के लिए परेशानी ढूंढती है, उसे 'हिंडनबर्ग' द्वारा 'चुनौती' दी जाती है। हिंडनबर्ग की वेबसाइट बताती है, कि हम हर कंपनी में 'मानव निर्मित आपदाओं' पर उंगली रखते हैं।

साल २०१७ में शुरू हुआ हिंडनबर्ग अब तक १६ कंपनियों में वित्तीय उथल-पुथल को सामने ला चुका है। इसमें 'ट्विटर' में भ्रम की स्थिति पर रिपोर्ट खूब चर्चित रही। हिंडनबर्ग दुनिया भर की सभी कंपनियों में गलत कामों का हिसाब रखता है और फिर उसे एक रिपोर्ट में प्रकाशित करता है। संबंधित कंपनियों के खिलाफ रिपोर्ट प्रकाशित करके ही 'हिंडनबर्ग' मुनाफा कमाता है। अब 'हिंडनबर्ग' ने गौतम अडाणी की कंपनियों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।

अडानी ग्रुप के बारे में छपी रिपोर्ट में 'हिंडनबर्ग' ने तमाम कंपनियों के कर्ज पर सवाल उठाए हैं। हिंडनबर्ग के दावे के मुताबिक, सात कंपनियां शेयर बाजार में सूचीबद्ध हुई हैं और उनका बाजार मूल्य बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया गया है। हिंडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट ने अडानी ग्रुप के गवर्नेंस पर ८८ सवाल खड़े किए है।

'हिंडनबर्ग' रिपोर्ट का अडानी समूह के निवेशकों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा। इससे सभी कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट आई। रिपोर्ट के बाद बुधवार को अडाणी समूह की कंपनियों के शेयरों में छह से सात फीसदी की गिरावट आई। नतीजतन, गौतम अडानी की संपत्ति में बड़ी कमी आई है।​​​​

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