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चुनाव पर दिखा कोरोना इफेक्ट , विधानसभा चुनाव के लिए पार्टियों ने अपनाएं प्रचार के नए तरीके

Janprahar Desk
25 Jun 2020 12:26 PM GMT
चुनाव पर दिखा कोरोना इफेक्ट , विधानसभा चुनाव के लिए पार्टियों ने अपनाएं प्रचार के नए तरीके
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बिहार: चुनाव पर दिखा कोरोना इफेक्ट , विधानसभा चुनाव के लिए पार्टियों ने अपनाएं प्रचार के नए तरीके, बिकने लगे अलग-अलग पार्टियों के चुनाव चिन्ह वाले मास्क।

बिहार में विधानसभा चुनाव के दौरान कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखते हुए व सरकार के सभी दिशा निर्देशों का पालन करते हुए, चुनाव का प्रचार किया जा रहा है। इसके लिए राज्य चुनाव निर्वाचन आयोग ने, चुनाव प्रक्रिया के लिए विशेष निर्देश भी जारी किए हैं। दिशानिर्देशों में यह कहा गया है कि मास्क लगाए बिना मतदाता वोट नहीं दे सकेंगे।

इस स्थिति का फायदा उठाते हुए बिहार के विधानसभा चुनावों के लिए प्रचार-प्रसार के नए तरीकों को अपनाने का फैसला किया है ।पार्टियों का मानना है कि विभिन्न पार्टियों के चिह्नो वाले मास्क बेचने से मतदाताओं के समर्थन का अंदाजा मतदान से पहले ही बड़ी आसानी से लगाया जा सकता है। पार्टियों के प्रचार-प्रसार की बात की जाए तो पहले पार्टियों के समर्थन के लिए मतदाताओं को मुखोटे , टी-शर्ट, बैज, रिस्ट बैंड, झंडा, पोस्टर, बैनर, पम्प्लेट आदि दिये जाते थे।
कोरोना महामारी के चलते सभी क्षेत्रों में विशेष परिवर्तन देखने को मिले हैं ।

चुनाव की बात की जाए तो चुनावी राजनीतिक दलों ने चुनाव के लिए अपनी संबंधित पार्टियों के चिन्हो वाले मास्क और पीपीई किट छपा कर देने की तैयारी की है। सियासी दलों के प्रचार के लिए तैयार हो रहे मास्क के दाम उसकी क्वालिटी और कलर के अनुसार हैं। इसी संदर्भ में मास्क बनाने वाले कारोबार से जुड़े अभिनय सिंह ने बताया कि थोक में इसके दाम 14 से 22 रुपये प्रति मास्क है।रिटेल एवं फुटकर बाजार में एक मास्क की कीमत 20 से 35 रुपये है ।

कलर के आधार पर अलग-अलग मास्क मिल रहे हैं। उन्होंने बताया की सिंगल कलर मास्क थोक में 1400 रुपये प्रति सैकड़ा है ।डबल कलर में 15 से 17 सौ रुपए प्रति सैकड़ा और तीन कलर में इसके दाम ₹2000 प्रति सैकड़ा तक है ।ग्रामीण क्षेत्रों में इसकी डिमांड ज्यादा है और इसी डिमांड को ध्यान में रखते हुए इन मास्को को बनाया गया है ।बीते दिनों में इसकी मार्केटिंग बड़े पैमाने पर शुरू कर दी गई है ,साथ में राजनीतिक दलों ने वोटिंग के दौरान बड़े पैमाने पर सैनिटाइजर खरीदी के लिए भी एक विशेष टेंडर जारी किया है ।जिससे सैनिटाइजर की बिक्री में भी बढ़ावा हो सकता है।

वहीं बिहार सरकार के चुनावी प्रचार प्रसार में विशेष चिन्ह वाले मास्क को लेकर विशेषज्ञों का कहना है कि मास्क बनाते समय मानकों की अनदेखी करना स्वास्थ्य के साथ घातक साबित हो सकता है । मास्क को लेकर फिजीशियन डॉ. राणा एसपी सिंह का कहना है कि मानकों की अनदेखी कर मास्क बनाने से कोई फायदा नहीं है । प्रचार प्रसार के लिए बनाए जाने वाले मास्क पर राजनीतिक दलों की पार्टियों के चिन्ह लगाने मे, विशेष रंगों का प्रयोग होता है ।और उसमें केमिकल का यूज़ होता है । मास्क के फ्रंट पर यदि केमिकल युक्त रंगों की पेंटिंग की गई हो तो वह हवा के साथ सीधे मुंह में और शरीर में पहुंच सकते हैं । साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि कोरोना से बचाव के लिए जरूरी है कि इसका ऊपरी हिस्सा हार्ड और अंदर की तरफ मुलायम होना चाहिए। केवल कपड़े का मांस फायदेमंद नहीं है।

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