
AAP की सत्ता में वापसी, पर 10 से 15 सीटों को होगा नुकसान..

दिल्ली (Delhi) विधानसभा की सभी 70 सीटों पर मतदान (Voting) खत्म हो चुका है और छह बजे तक 56.75 फीसदी मतदान हुआ है। कई चैनल और एजेंसियों के एग्जिट पोल में आम आदमी पार्टी (AAP) की सरकार दोबारा बनती दिख रही है। पिछले विधानसभा चुनाव की तुलना में बीजेपी का प्रदर्शन सुधरा दिख रहा है। वहीं कई एग्जिट पोल में कांग्रेस की हालात में कोई सुधार नहीं हुआ है और उसका खाता भी खुलता हुआ नहीं दिख रहा है। एग्जिट पोल (Exit poll) से एक अनुमान मिलेगा कि दिल्ली में किसकी सरकार बन सकती है।
अभी तक के एग्जिट पोल्स के अनुसार, आप को पिछले विधानसभा चुनाव की तुलना में 17 सीटों का नुकसान हो रहा है। उसको 50 सीटें मिलने का अनुमान है। वहीं बीजेपी को 16 सीटों को फायदा होता नजर आ रहा है। एग्जिट पोल के अनुसार, बीजेपी को 19 सीटें मिलने का अनुमान है। सर्वे में कांग्रेस (Congress) को एक सीट का फायदा होने का अनुमान है। पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का खाता भी नहीं खुला था।
एबीपी और सीवोटर के सर्वे में आप को 42 से 54 सीटें मिलने का अनुमान है। बीजेपी (BJP) को चार से 16 सीटें मिलने का अनुमान है। वहीं कांग्रेस (Congress) को शून्य से चार सीटें मिलने का अनुमान है।
-सुदर्शन न्यूज के सर्वे में आप को 40 से 45 सीटें मिलने का अनुमान है। बीजेपी को 24 से 28 सीटें और कांग्रेस को दो से तीन सीटें मिलने का अनुमान है।
- टीवी9 भारतवर्ष के एग्जिट पोल में आम को 54 सीटें, बीजेपी और उसके सहयोगी को 15 सीटें और कांग्रेस और उसके सहयोगी को एक सीट मिलने का अनुमान है।
- इंडिया न्यूज (India News) नेता के एग्जिट पोल में आप को 53-57 सीटें, बीजेपी और उसके सहयोगी को 11-17 और कांग्रेस और उसके सहयोगी को शून्य से दो सीटें मिलने का अनुमान है।
- रिपब्लिक (Republic) और जन की बात के एग्जिट पोल में आप को 48 से 61, बीजेपी को नौ से 21 और कांग्रेस को एक सीट मिलने का अनुमान है।
- टाइम्स नाउ (Times Now) के एग्जिट पोल में आम आदमी पार्टी को 44 और बीजेपी को 26 सीटे मिलने का अनुमान है
- आम आदमी पार्टी (AAP) को पिछले विधानसभा चुनाव में हासिल की गई अद्भुत जीत को दोहराने का विश्वास है जहां उसने 70 में से 67 सीटों पर ऐतिहासिक जीत दर्ज की थी। 2019 के लोकसभा चुनाव में दिल्ली में सभी सातों सीटों पर जीतने वाली भारतीय जनता पार्टी (BJP) को आप को हराने की उम्मीद है जबकि कांग्रेस पिछली बार के मुकाबले अपने प्रदर्शन में सुधार लाकर जीत दर्ज करने की कवायद में है। गत विधानसभा चुनाव में उसे एक भी सीट नहीं मिली थी। आप को 2015 के चुनावों में 54.3 प्रतिशत वोट मिले थे जबकि भाजपा को 32 प्रतिशत और कांग्रेस को महज 9.6 प्रतिशत वोट मिले थे।
- इस बार जो दिग्गज उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं उनमें मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (CM Kejariwal), उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, आम आदमी पार्टी (AAP) की आतिशी और राघव चड्ढा, चार पूर्व महापौर भाजपा के आजाद सिंह, योगेंद्र चंदोलिया, रवींदर गुप्ता और खुशी राम तथा दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा की बेटी शिवानी चोपड़ा शामिल हैं। दिल्ली में 2,689 स्थानों पर कुल 13,750 मतदान केंद्र हैं।
- चुनाव आयोग ने 516 स्थानों और 3,704 मतदान बूथों को संवेदनशील श्रेणी में रखा और वहां अर्द्धसैनिक बलो को तैनात किया गया। प्रत्येक मतदान स्टेशन पर वेबकास्टिंग के माध्यम से निगरानी रखी जा रही है। निर्विघ्न चुनाव के लिए पुलिस ने लगभग 40,000 सुरक्षाकर्मी, 19,000 होमगार्ड्स और केंद्रीय सैन्य पुलिस बल की 190 कंपनियां तैनात की हैं।
- दिल्ली चुनाव मैदान में उतरे 668 उम्मीदवारों का भविष्य अब ईवीएम में कैद हो गया। वोटिंग पर नजर डाले तो शुरुआत धीमी रही। सुबह 11 बजे तक 7.5 फीसदी मतदान दर्ज किया गया था। हालांकि दोपहर बाद मतदान की रफ्तार बढ़ने लगी थी। दोपहर तीन बजे तक 30.18 फीसदी मतदान दर्ज हुआ। जबकि शाम चार बजे तक 42.7 फीसदी जबकि पांच बजे तक 44.52 फीसदी वोटिंग दर्ज हुई।
दिल्ली विधानसभा चुनाव (Delhi Election) में साल 2015 के चुनाव में दिल्ली में 67.12 फीसदी वोट दर्ज किए गए। वहीं, 2013 के चुनाव में वोट फिसदी 65.63 रहा। 2008 के विधानसभा चुनाव में दिल्ली में 57.58 फीसदी लोगों ने वोट किया था। 2003 में 53.42 फीसदी ने। गौरतलब है कि आम आदमी पार्टी ने पिछले विधानसभा चुनाव में एक तरफा जीत हासिल की थी और 70 में से 67 सीटों पर जीत हासिल की थी। वहीं बीजपी को 3 और 15 साल दिल्ली पर राज करने वाली कांग्रेस को हिस्से शून्य सीटें आई थीं। आप को तब 54% वोट मिले थे जो 2017 के नगरपालिका चुनाव में 26% और फिर लोकसभा चुनाव में गिरकर 18% पर आ गए और आम आदमी पार्टी (AAP) खाता भी नहीं खोल सकी। 2015 से अबतक भाजपा (BJP) और कांग्रेस (Congress) दोनों ने ही अपने वोट प्रतिशत में बढ़त हासिल की है।