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अमेरिका ने अपने 'नौसेना सेना अकादमी कमांडर' के लिए चुना; हिंदुस्तान के एक किसान की बेटी को........!

US selects for its 'Naval Army Academy Commander'; The daughter of a farmer in India.
महाराष्ट्र में नांदेड़ जिले के अर्धपुर तालुक में एक साधारण किसान परिवार की एक किसान की बेटी ने सात समन्दर पर देश के नाम को रोशन किया है। अर्धपुर तालुका में एक छोटे से गांव कोंढा के एक किसान परिवार की बेटी रेवा जोगदंड ने आसमान छू लिया है और उसे अमेरिका में इलाईट २०२३ कमांडर ऑफ नेवल एअर फोर्स फ्लाईट अकॅडमी में चुना गया है। उनकी सफलता की हर स्तर से सुभकामना दिई जा रही है।
कोंढा गांव को महाराष्ट्र राज्य में किसानों का आंदोलन गांव के रूप में जाना जाता है। कृषि यहाँ का मुख्य व्यवसाय है और यहाँ के किसान मेहनती और उतने ही उत्साही हैं। तीन साल पहले इसी गांव के एक किसान ने अपनी लाडली बेटी की शादी को हेलीकॉप्टर से विदा किया था। इस घटना की पूरे राज्य में चर्चा हुई थी। उसके बाद उसी कोंढा गांव के एक किसान की बेटी ने पिछले साल अमेरिका में विमान उड़ाने की ट्रेनिंग के दौरान विमान उड़ाया था। अब वही जिगरबाज लड़की यानी रेवा जोगदंड ने अपने इस कारनामे को एक कदम आगे बढ़ाया है। क्योंकि रेवा को अमेरिका की एलीट २०२३ कमांडर ऑफ द नेवल एयर फोर्स फ्लाइट एकेडमी के लिए चुना गया है।
अमेरिकी सरकार से 20 लाख की स्कॉलरशिप....
रेवा दिलीप जोगदंड को नौसेना अकादमी के एलीट-२०२३ कमांडर के लिए चुना गया है। रेवा जोगदंड को अमेरिका में राष्ट्रीय स्तर पर क्वालीफाई करने वाले ५०० छात्रों में से २६ में चुना गया है। रेवा ने इस योग्यता के लिए अथक परिश्रम किया है और पूर्व-कोविड युग में, कठिन विमानन क्षेत्र में ज्ञान प्राप्त करते हुए, उन्होंने विमानन योग्यता परीक्षा पूरी की। तब उन्हें भारत में सभी स्तरों से सुभकामनाये मिली। हालांकि, अब उनकी मेहनत रंग लाई है,क्योंकि उन्हें नौसेना अकादमी के एलीट-२०२३ कमांडर के लिए चुना गया है। तो इस काम के लिए रेवा को आगे की पढ़ाई के लिए अमेरिकी सरकार के रक्षा मंत्रालय के कोस्ट गार्ड फंड से करीब २० लाख रुपए की स्कॉलरशिप दी गई है।
गांव के लोगो का सीना गर्व से भर गया.........
अर्धपुर तालुका के कोंढा गांव के रेवा ने अपने गांव का नाम रोशन किया है। ऐसे में किसानो के लिए कुछ न कुछ करने वाला कोंढा गांव फिर से चर्चा में आ गया है। उनके प्रदर्शन ने जोगदंड परिवार सहित पुरे गांव सीना गर्व से भर दिया है। माता-पिता दिलीप जोगदंड अमेरिका में सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं। उन्होंने कोंढा के जिला परिषद स्कूल में पढ़ाई की है। नांदेड़ के अकोला में इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने के बाद उन्होंने पुणे में एमबीए, सॉफ्टवेयर इंजीनियर की पढ़ाई की और वहीं काम किया। उसके बाद, वह क्षेत्र में गई और १६ साल तक विभिन्न देशों जैसे लंदन में ३ साल, ऑस्ट्रेलिया में ४ साल और अमेरिका में ९ साल तक काम किया।