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भारत के इस गांव में हिंदू और मुस्लिम सभी का एक ही सरनेम है, इसके पीछे की वजह बड़ी दिलचस्प है !

Sudarshan Kendre
6 Feb 2023 4:55 AM GMT
In this village of India, Hindus and Muslims all have the same surname, the reason behind this is very interesting!
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In this village of India, Hindus and Muslims all have the same surname, the reason behind this is very interesting!

बिहार में एक ऐसा गांव है, जिसके बारे में सुनकर आप हैरान रह जाएंगे। यह गांव नालंदा जिला मुख्यालय से १२ किमी की दूरी पर अस्तावन ब्लॉक में स्थित है। इस गांव के लोगों का सरनेम एक ही है। चाहे वह व्यक्ति हिंदू हो या मुसलमान या उनकी कोई भी जाति हो। सभी लोग एक ही उपनाम से जाने जाते हैं। इस गावा के बारे में जानकर हर कोई हैरान है। यह कैसे संभव है? ऐसे बहुत से लोगों का यह सवाल है। इस गांव के सभी लोगों का सरनेम 'गिलानी' है। इस गांव की न केवल भारत में बल्कि देश के अन्य हिस्सों में भी एक अलग पहचान है। साथ ही इस गांव का आम पूरी दुनिया में जाना जाता है। क्योंकि विदेशों से भी इसकी डिमांड है। इस गांव में यह परंपरा सदियों से चली आ रही है। जिसे लोग आज भी फॉलो करते हैं।

अब युवा भी गांव का नाम अपने साथ जोड़कर गर्व महसूस कर रहे हैं। उन्हें गांव और मिट्टी से प्यार है। कई लोग ऐसे हैं जो दशकों से दूसरे राज्यों में रहते हैं। लेकिन फिर भी उन्होंने इस गांव का सहारा नहीं छोड़ा है। इस गांव के लोग अपने नाम के आगे गिलानी सरनेम जोड़ते हैं। इसी तरह यहां के अष्टवां गांव के लोग, अस्थानवी लोग, हरगवां लोग, डुमरावां लोग, उगवान लोग ये सभी लोग अपने सरनेम के आगे गिलानी सरनेम का इस्तेमाल करते हैं। इस परंपरा का पालन सभी लोग करते हैं, चाहे वह हिंदू हो या मुस्लिम।

ग्रामीण विपिन व सलमान अस्थानवी के अनुसार यह परंपरा मुगल काल से चली आ रही है। ऐसा माना जाता है, कि 'गिलानी' नाम इस्लाम के अनुयायी हजरत अब्दुल कादिर जिलानी के नाम पर रखा गया था। अरबी में 'ग' अक्षर नहीं है, इसलिए लोग उन्हें जिलानी कहते हैं। इसलिए गांव का पूरा नाम मोहिउद्दीनपुर गिलानी है।

मौलाना मुजफ्फर गिलानी की किताब 'मजमीन' के मुताबिक गिलान एक जगह का नाम है। जहां बड़े पीर के अनुयायी रहा करते थे। वहां से कुछ लोग किसी काम से मोहिउद्दीनपुर गिलानी आए थे। उन लोगों के सरनेम में भी गिलानी का इस्तेमाल होता था। यहां उन लोगों के प्रभाव और आपसी सौहार्द को देखकर लोगों ने गांव का नाम अपने उपनाम के रूप में रखना शुरू कर दिया था। और इसी तरह पुरे गांव का सरनेम जिलानी है।

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