
- Home
- /
- Breaking News
- /
- मुंबई-पुणे में,...
मुंबई-पुणे में, पुरुषों के शरीर की बिक्री इस तरह की जाती है। अमीर महिलाओं ने पुरुषों के लिए बोली लगाई और इतना पैसा एक रात में........!

In Mumbai-Pune, men's bodies are sold like this. Rich women bid for men and you have so much money in one night.
गीगो-लौ मार्किट: दोस्तों, जब आप वेश्यावृत्ति शब्द सुनते हैं, तो सबसे पहले आपकी आंखों के सामने जो चीज आती है, वह है सुंदर श्रृंगार, पोशाक पहने हुइ लड़कियां, महिलाएं। कुछ महिला तन बेचकर अपना पेट भरती हैं। लेकिन पुरुष भी काफी हद तक वेश्यावृत्ति में शामिल हैं, यानी पुरुष भी अपने शरीर को बेचते हैं। यह बहुत कम लोग जानते हैं। दोस्तों, कुछ साल पहले एक फिल्म आई थी जिसका नाम था 'B.A.पास' फिल्म में दिखाया गया है,कि कैसे एक लड़का आर्थिक तंगी के कारण वेश्यावृत्ति के धंधे में शामिल हो जाता है। लेकिन हकीकत में दिल्ली, मुंबई समेत कई बड़े शहरों में पुरुषों के देह व्यापार का कारोबार फलफूल रहा है। इसे जिगो-लो मार्केट के नाम से भी जाना जाता है। आज मैं आपको गिगो-लो मार्केट के बारे में कुछ खास बात बता रहा हूं।
यह बाजार रात १० बजे से सुबह ४ बजे तक चलता है। दिल्ली और मुंबई के कई वीवीआईपी इलाकों में रात १० बजे से सुबह ४ बजे तक पुरुषों के बाजार सज जाते हैं। दिल्ली के सरोजिनी नगर, लाजपत नगर, पालिका मार्केट और कमला नगर मार्केट समेत कई इलाकों में गिगो-लो मार्केट चल रहे हैं। इसके अलावा मुंबई के मालाबार हिल्स में गिगो-लो मार्केट है।
आजकल ये धंधा डिस्को और कॉफी हाउस, पब में भी चल रहा है। दिन के समय यहां अमीर परिवारों की कई महिलाएं, जो संस्कारी समाज से ताल्लुक रखती हैं, यहां आकर पुरुषों की बोली लगाती हैं। ऐसे पुरुषों के लिए अमीर परिवारों की महिलाएं उनकी ग्राहक होती हैं। यह बहुत ही आश्चर्यजनक है। बड़े घरों में महिलाएं पुरुषों को पैसे देती हैं और उनसे यौन सुख लेती हैं।
देह बेचने वाली महिलाओं के ठिकाने निश्चित होते हैं,लेकिन पुरुषों के नहीं होते है। भारत के कई हिस्सों में यह व्यवसाय मुंबई, पुणे और दिल्ली जैसे बड़े शहरों में बड़े पैमाने पर संचालित हो रहा है। महिलाएं ऐसी जगहों पर जाकर पुरुषों की बोली लगाती हैं और उनके लिए लाखों रुपए खर्च करती हैं। अगर महिलाएं ऐसे पुरुषों को अपने घर ले जाना चाहती हैं तो वे ऐसे पुरुषों के लिए अधिक बोली लगाती हैं या यदि उन्हें किसी दूसरे शहर में ले जाना चाहती है तो अधिक भुगतान करती हैं। ऐसी महिलाएं पुरुषों से प्रति घंटा २५०० से ३५०० रुपये चार्ज करती हैं। अगर उन्हें रात भर के लिए आदमी चाहिए तो वे ५ से १० हजार रुपए देने को तैयार होती हैं। यदि पुरुष का शरीर अच्छा है तो ऐसे व्यक्ति के लिए अधिक पैसे की बोली लगाइ जाती है।
पुरुष वेश्याएं आम तौर पर महिला वेश्याओं की तुलना में वेश्यावृत्ति में अधिक पैसा कमाते हैं। पुरुषों को भी इसके लिए प्रशिक्षित किया जाता है। ऐसे पुरुषों को गिगोलस भी कहा जाता है। ये लोग इस धंधे को बखूबी करते हैं। इन लोगों को अपनी कमाई का २० से २५ फीसदी हिस्सा अपनी संस्था को देना होता है। जो उस संस्था से जुड़े हुए हैं। ये संस्थाएं उन्हें बड़े अमीर ग्राहक दिलाने का काम करती हैं।
जानकारी के अनुसार, गिगोलों की पहचान करने के लिए उन्हें एक लहंगा जैसे एक ही रंग का रूमाल या उनके गले या बांह में बंधी पट्टी दी जाती है। वहीं उनके रुमाल के रंग से भी अंदाजा लगाया जा सकता है कि उनकी फीस कितनी है। ऐसे पुरुष इस व्यवसाय के लिए बहुत पैसा कमाते हैं लेकिन उन्हें एचआईवी जैसी भयानक बीमारी होने की संभावना भी अधिक होती है।