
- Home
- /
- Breaking News
- /
- H3N2 Virus: खतरनाक है,...
H3N2 Virus: खतरनाक है, H3N2 के लक्षण बच्चों, बुजुर्गों और गर्भवती महिलाओं में.......समय रहते सावधान हो जाएं !

H3N2 Virus: खतरनाक है H3N2 के लक्षण बच्चों, बुजुर्गों और गर्भवती महिलाओं में.......समय रहते सावधान हो जाएं !
देश में इस समय एच३ एन२ वायरस का संक्रमण बढ़ता नजर आ रहा है। इस संक्रमण के कारण अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या अधिक है। बदलते मौसम में फैल रहे इस वायरस के कारण सर्दी, बुखार और खांसी के मरीजों में भारी इजाफा हुआ है। देश सहित महाराष्ट्र में भी इस वायरस ने सिर उठा लिया है। मुंबई और पुणे सहित अन्य शहरों में एच3एन2 वायरस का संक्रमण बढ़ रहा है। देश में अब तक इस संक्रमण से दो मरीजों की मौत हो चुकी है। एच3एन2 इन्फ्लुएंजा को लेकर स्वास्थ्य प्रशासन अलर्ट हो गया है। भीड़भाड़ वाली जगहों पर मास्क का इस्तेमाल करने की गुजारिश की है।
H3N2 फ्लू वायरस H1N1 फ्लू का एक उपप्रकार है। जलवायु परिवर्तन के कारण इस वायरस ने उत्परिवर्तित किया है। फिलहाल इस वायरस का फैलता रूप ज्यादा खतरनाक बताया जा रहा है। इस वायरस के लक्षण कोरोना से मिलते जुलते हैं। इस वायरस के संक्रमण से बचने के लिए समय रहते लक्षणों को पहचानना जरूरी है। छोटे बच्चों, बुजुर्गों और गर्भवती महिलाओं को इस वायरस से संक्रमित होने का खतरा अधिक है। इस वायरस के लक्षण बच्चों, बुजुर्गों और गर्भवती महिलाओं में अलग-अलग होते हैं।
बच्चों में दिखने वाले लक्षण.......
H3N2 इन्फ्लुएंजा से संक्रमित होने वाले बच्चों में तेज बुखार, पेट में दर्द, मतली, उल्टी, खांसी, सर्दी, या निमोनिया के लक्षण हो सकते हैं।
गर्भवती महिलाओं में दिखे 'ये' लक्षण तो हो जाएं अलर्ट...........
H3N2 वायरस के संक्रमण वाली गर्भवती महिलाओं के लक्षण थोड़े अलग होते हैं। गर्भवती महिलाओं को सावधान रहना चाहिए और तीन दिनों से अधिक समय तक बुखार रहने पर डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। गर्भवती महिलाओं में H3N2 इन्फ्लूएंजा के लक्षणों में ब्रोंकाइटिस, खांसी और सर्दी, अत्यधिक कफ, शरीर में दर्द, सिरदर्द शामिल हैं।
वयस्कों में H3N2 के लक्षण.................
सीने में जकड़न, तीन दिन से अधिक समय तक खांसी, दस्त, जी मिचलाना, सिरदर्द, कमजोरी ये बूढ़े लोगो में देखे जाने वाले लक्षण हैं। यदि संक्रमण फेफड़ों में बढ़ता है, तो वयस्कों, विशेष रूप से बुजुर्गों को सांस लेने में गंभीर समस्या हो सकती है।
कुछ लोग हमेशा वायरल सर्दी, खांसी या बुखार के शिकार हो जाते हैं। कुछ लोगों को फेफड़ों के गंभीर संक्रमण का भी सामना करना पड़ता है। ऐसे लोगों को सीने में कफ जमा होने के कारण दर्द, बुखार, सांस लेने में तकलीफ, गले में खराश, कानों में भारीपन महसूस हो सकता है।
H3N2 इन्फ्लुएंजा एक वायरल फ्लू है। यह संक्रमण हवा या स्पर्श से फैलता है। कोई भी व्यक्ति जो किसी संक्रमित व्यक्ति के आसपास रहा हो, या किसी संक्रमित सतह को छुआ हो तो संक्रमित हो सकता है। वर्तमान में H3N2 वायरस के खिलाफ कोई टीका उपलब्ध नहीं है, लेकिन सावधानी बरत कर आप इसके संक्रमण से बच सकते हैं। इसके लिए अपने हाथ धोएं। सैनिटाइजर का प्रयोग करें, खांसते या छींकते समय अपना मुंह ढक लें, यदि संभव हो तो भीड़-भाड़ वाली जगहों से बचें और मास्क का उपयोग करें। संक्रमित व्यक्ति से दूर रहें, नमक के पानी से गरारे करें और कुछ ऊपर दिए लक्षण होने पर डॉक्टरी सलाह लें।