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9 साल की एक बच्ची ने अपने पिता की ३०० करोड़ की संपत्ति दान में दे दी......!

Sudarshan Kendre
19 Jan 2023 8:30 AM GMT
A 9-year-old girl donated her father
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A 9-year-old girl donated her father's property worth Rs 300 crore.

एक लड़की ने महज ९ साल की उम्र में संन्यास ले लिया है। आपको यह पढ़कर भले ही झटका लगेगा, लेकिन यह बिल्कुल सच है। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, देश के सबसे बड़े हीरा कारोबारी (डायमंड बिजनेसमैन) में से एक की बेटी ने तमाम सुख-सुविधा को लात मारकर संन्यास स्वीकार कर लिया है। उन्होंने संसार के मोह-माया से अपने को अलग कर लिया। गुजरात राज्य (गुजरात) की इस लड़की ने सभी सुख चरणों को नमन करते हुए जैन धर्म के अनुसार संन्यासी बनने की दीक्षा ली। यह बहुतों को लिए एक आश्चर्य के रूप में आता है। दावा किया जाता है,कि इस लड़की ने अपना रास्ता इसलिए चुना है,क्योंकि उसका बचपन से ही आध्यात्मिक के तरफ झुकाव है।

लड़की का नाम देवांशी सांघवी है। वह सूरत की रहने वाली हैं। उसके पिता करोड़ों की संपत्ति के मालिक हैं। देवांशी के पिता धनेश सांघवी की एक पुरानी डायमंड कंपनी है। धनेश संघवी एंड संस कंपनी की स्थापना उनके पिता महेश संघवी ने की थी। इस हीरा कंपनी की देश-विदेश में कई शाखाएं हैं। इस कंपनी का करोड़ों का कारोबार है। देवांशी उनकी बड़ी बेटी हैं। उन्हें भविष्य में कंपनी की जिम्मेदारी मिलने वाली थी। हालांकि देवांशी ने धन का त्याग कर आध्यात्मिक मार्ग को चुना है। करोड़ों की संपत्ति होने के बावजूद संघवी परिवार बेहद सादा जीवन जीता है।

देवांशी ने धार्मिक शिक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। इस पर आधारित क्विज में उन्होंने गोल्ड मेडल जीता है। वह हिंदी, अंग्रेजी, संस्कृत, जारवाड़ी और गुजराती भाषाओं की धाराप्रवाह हैं। इसके अलावा उन्होंने संगीत, भरतनाट्यम और योग सीखा है। परिवार के दावे के मुताबिक देवांशी ने आज तक कभी टीवी नहीं देखा है। १४ जनवरी को देवांशी दीक्षा के लिए निकली। उन्होंने पिछले बुधवार को ३५००० हजार लोगों की उपस्थिति में जैन धर्म में दीक्षा ली। राजकुमारी की तरह रहने वाली देवांशी ने साधारण कपड़े पहने थे। सिर से बाल उतारे थे।

इस दीक्षा कार्यक्रम में ४ हाथी, ११ ऊँट और २० घोड़ों ने भाग लिया था। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक देवांशी की बचपन से ही अध्यात्म में रुचि थी। वह ५०० किमी की पैदल यात्रा भी पूरी कर चुकी हैं। वह देश के सबसे बड़े हीरा व्यापारी धनेश सघनवी की सबसे बड़ी बेटी हैं। धनेश की दो बेटियां हैं। धनेश अपने पुश्तैनी हीरे का कारोबार संभालते हैं। १९८१ में, धनेश ने अपने पिता द्वारा स्थापित फर्म में काम करना शुरू किया था। इस कंपनी का करोड़ों का कारोबार है। इस संपत्ति के उत्तराधिकारी अब सेवानिवृत्त हो चुके हैं।

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