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बच्चों को सशक्त बनाना चाहते हैं, तो पैरेंट्स को 'इन' गलतियों को......!

बच्चों को सशक्त बनाना चाहते हैं, तो पैरेंट्स को 'इन' गलतियों को......!
बच्चों को सक्षम, सुसंस्कृत और स्वतंत्र बनाने में माता-पिता की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। कभी-कभी बच्चों में व्यावहारिक रूप से आत्मविश्वास की कमी होती है। अधिकांश माता-पिता अपने बच्चों के साथ अलग-अलग व्यवहार करते हैं, इससे बच्चों के निर्माण पर असर पड़ता है। विभिन्न प्रकार के पालन-पोषण कुछ बच्चों को व्यावहारिक रूप से अधिक आत्मविश्वासी बनाते हैं, जबकि अन्य कम आत्मविश्वासी होते हैं। आइए जानेंते है उन गलतियों के बारे में...
कभी-कभी बच्चों को संस्कारी और होशियार बनाने के लिए हम बचो पर ज्यादा दबाव डालते है। लेकिन इतना दबाव मत डालियेगा की आपके बच्चे के मन में डर पैदा हो। माता-पिता को सावधान रहना चाहिए कि वे अपने बच्चों को संस्कार करने या अच्छी आदत डालने के लिए हद्द से ज्यादा मजबूर न करें। अगर आपका बच्चा आपसे डरने लगेगा तो, वो आपसे कुछ भी शेयर नहीं करेगा। माता-पिता को बच्चों को समय देना चाहिए और उनके डर को दूर करने का प्रयास करना चाहिए, अन्यथा आपका बच्चा अन्य बच्चों की तरह फ्रीडम महसूस नहीं कर पाएगा।
माता-पिता को बच्चों को उनकी छोटी-छोटी गलतियों के उन्हें पिटना नहीं चाहिए। बच्चों को मारना किसी भी समस्या का सही समाधान नहीं है। यदि बच्चे गलतियाँ कर रहे हैं या अधिक परेशानी पैदा कर रहे हैं, तो उन्हें प्यार से समझाएँ कि, वे जो कर रहे हैं वह कैसे और क्यों गलत है। बच्चों को बार-बार पीटने से उनका आत्मविश्वास कम होता है। वे जो कुछ भी करते हैं, वह गलत लगने लगता है, जिससे आपका बच्चा सक्षम होने के मामले में कमजोर पड़ जाता है।
दूसरे बच्चों से तुलना करना........
इस दुनिया में कोई भी एक-दूसरे की तरह नहीं है। छोटे बच्चे हमेशा शिकायत करते हैं कि, उनके माता-पिता उनकी तुलना उनके दोस्तों से करते हैं। दोस्तों के सामने उन्हें नीचा दिखाते है। यदि आप भी ऐसी गलतियाँ करते हैं, तो आपके बच्चों में अपने मित्रों और अन्य सहयोगियों के प्रति ईर्ष्या, घृणा और हिंसा विकसित हो सकती है। माता-पिता के ऐसे व्यवहार से बच्चे अपनी कल्पनाशक्ति खो देते हैं और जीवन में कभी आगे नहीं बढ़ पाते हैं।
आज के माता-पिता अपने बच्चों को सशक्त बनाने के लिए छोटी-छोटी बातों पर चिल्लाते हैं। इससे बच्चे प्रेरित नहीं होते हैं। माता-पिता ने अपने बचे के किसी कार्य या उपलब्धि पर बच्चे की प्रशंसा करें और उसे प्रेरित करें। ऐसा नहीं करने पर बच्चों की मानसिकता नकारात्मक हो सकती है। कई बार बच्चे स्कूल या कहीं और अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाते हैं। माता-पिता को बच्चों को आत्मविश्वास बनाने और बनाए रखने के लिए प्रेरित करने की जरूरत है।